बोआरीजोर में एएसआइ को ग्रामीणों ने 27 घंटे तक बनाया बंधक, दो लाख रुपये जुर्माना देने के बाद छोड़ा

राजाभिट्ठा के भदरिया गांव की घटना, महिला मित्र से मिलने गये थे एएसआइ

By Prabhat Khabar News Desk | October 3, 2024 12:02 AM

राजाभिट्ठा थाना अंतर्गत भदरिया गांव में ग्रामीणों ने एएसआइ रामलाल टुडू एवं उनके महिला मित्र को 27 घंटे तक बंधक बना कर रखा. इन दोनों को ग्रामीणों से छुड़ाने के लिए बुधवार की सुबह ही पुलिस पहुंच गयी थी. पूरे दिन एएसआइ को छुड़ाने का प्रयास करती रही. करीब 27 घंटे बाद भारी भरकम जुर्माना के बाद एएसआइ व उनके महिला मित्र को ग्रामीणों के चंगुल से छुड़ाया गया. इस दौरान पथरगामा इंस्पेक्टर सहित कई थानों की पुलिस मौजूद रही. ग्रामीणों ने बताया कि मंगलवार को लगभग रात 11:00 बजे एएसआइ अपनी बाइक (जेएच 17 भी 5165) को गांव के बगल की झाड़ी के पास खड़ी कर महिला मित्र के घर गये. ग्रामीणों ने देर रात अनजान बाइक देख उसके मालिक की खोजबीन शुरू की. कुछ देर के बाद एएसआइ महिला मित्र के घर से निकले. उसके बाद ग्रामीणों ने रात लगभग 12:00 बजे एएसआइ एवं महिला मित्र को बंधक लिया और उन दोनों को रस्सी से बांध दिया. बुधवार की सुबह गांव में बंद पड़े आंगनबाड़ी केंद्र में उन्हें रखा गया.

पंचायती में समझौता के बाद दोनों को किया गया मुक्त :

एएसआइ के बंधक बनाने की सूचना पर इंस्पेक्टर विष्णु देव चौधरी एवं प्रभारी अशोक कुमार दल-बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और ग्रामीण को समझाने की कोशिश की. ग्रामीणों ने पुलिस की एक भी नहीं सुनी. ग्रामीण हंगामा करते रहे. ग्रामीणों कहना था कि आदिवासी रीति-रिवाज से ग्राम प्रधान के समक्ष पंचायत द्वारा मामले का समाधान किया जायेगा. लगभग दिन के 12:00 से 3:00 बजे तक भदरिया गांव में ग्राम प्रधान, जनप्रतिनिधि व ग्रामीणों के साथ पंचायती के दौरान समझौता हुआ, जिसमें एएसआइ को आर्थिक दंड के रूप में दो लाख रुपये जुर्माना लगाया गया. इसमें एक लाख महिला मित्र को दिया गया और एक लाख ग्रामीणों ने अपने पास रखा. एएसआइ की पत्नी को भी पंचायत स्थल पर बुलाया गया. लगभग 27 घंटे के बाद आखिरकार एएसआइ को छोड़ा गया. इंस्पेक्टर ने कहा कि मामले पर नजर रखी जा रही है. महिला के बयान पर पुलिस कार्रवाई करेगी. एएसआइ रामलाल टुडू नगर थाना में पदस्थापित हैं. हालांकि कुछ साल पहले वे राजाभिट्ठा थाना में पदस्थापित थे. राजाभिट्ठा में ही रहने के दौरान इनका संपर्क महिला मित्र से हुआ. महिला मित्र तीन बच्चों की मां है. महिला मित्र से मिलने के लिए वे हमेशा वहां आते-जाते रहते थे. ग्रामीणों ने एएसआइ को पहले भी चेतावनी देकर छोड़ा था.

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