कोयला खनन का कार्य डीजीएमएस के नियमानुसार करें और सुरक्षा के सभी नियमों का करें पालन : पीएम प्रसाद
पुनर्वास स्थल पर सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के दिये निर्देश, प्राइवेट कंपनी ग्रामीणों को विश्वास में लेकर करें खनन कार्य
राजमहल कोल परियोजना के अधीनस्थ हुर्रासी कोयला खनन क्षेत्र का निरीक्षण रविवार को चेयरमैन पीएम प्रसाद, सीएमडी समीरन दत्त, तकनीकी निदेशक निलाद्री राय एवं कार्यकारी निदेशक आलोक कुमार ने किया. राजमहल परियोजना के पदाधिकारियों द्वारा लगातार दूसरे दिन निरीक्षण किया गया. इस दौरान उन्होंने क्षेत्र में कोयला खनन का कार्य करने वाले प्राइवेट कंपनी मोंटे कार्लो को कई दिशा-निर्देश दिये. उन्होंने बताया कि कोयला खनन का कार्य डीजीएमएस के नियम के अनुसार करें तथा सुरक्षा के सभी नियमों को पालन करें. कार्य स्थल पर मजदूरों के लिए सभी मूलभूत सुविधा अवश्य दें. इस दौरान उन्होंने इस क्षेत्र में बन रहे सीएचपी का भी निरीक्षण किया. संवेदक को गुणवत्ता के साथ निर्माण करने का भी निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि सीएचपी निर्माण में अत्यधिक देरी हो रही है, इसे जल्द निर्माण किया जाये. उन्होंने डुमरिया मौजा के पुनर्वास स्थल कद्दू टोल का निरीक्षण किया तथा निर्देश देते हुए कहा कि पुनर्वास स्थल को मॉडल पुनर्वास स्थल बनाया जाये. ग्रामीणों को सभी तरह की सुविधा पुनर्वास स्थल पर मिलनी चाहिए. राजमहल हाउस में उन्होंने परियोजना के सभी विभाग के पदाधिकारी के साथ बैठक कर कई दिशा-निर्देश दिये. उन्होंने कहा कि राजमहल परियोजना पिछले वित्तीय वर्ष में कुछ तकनीकी कारण से कोयला उत्पादन में अपने लक्ष्य से पीछे रह गयी थी. लेकिन उन्होंने वर्तमान वित्तीय वर्ष में लक्ष्य के अनुसार कोयला उत्पादन करने का निर्देश दिया. कहा कि क्षेत्र के रैयत से मधुर संबंध बनाकर खनन का कार्य करें एवं सभी पुनर्वास स्थल का कार्य तेजी से करें. बसडीहा गांव के ग्रामीणों को जल्द पुनर्वास करें. परियोजना के विस्तार के लिए भी कार्य करें. मौके पर महाप्रबंधक प्रभारी एएन नायक, ओम प्रकाश चौबे, सतीश मुरारी, मोहित कुमार चदेल, दीपक कुमार, संजय कुमार, संदेश वराडे, प्रणव कुमार, केके सिंह आदि उपस्थित थे.
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