डहरे करम का आयोजन कर कुड़मी समाज ने एकजुटता का लिया संकल्प
10 किमी तक की पैदल यात्रा, वृहद कला संस्कृति मंच के सदस्यों ने किया नेतृत्व
गोड्डा. वृहद झारखंड कला संस्कृति मंच के तत्वावधान में गोड्डा में कुड़मी समाज के लोगों ने पहली बार करमा पर्व से पहले बड़ा आगाज किया. डहरे करम के टाइटिल से आयोजित कार्यक्रम में कुडमि समाज के करीब 15 हजार से ज्यादा जाति के सदस्य शामिल हुए. पहली बार झारखंडी संस्कृति के करम परब पर करम शोभा यात्रा “डहरे करम ” में बोकारों एवं धनबाद जिले से बडी संख्या में आये कलाकारों ने करमा गीत पर ढोल व मंजीरे के साथ जमकर नृत्य किया. कार्यक्रम का आगाज रंगमटिया गांव के पास झारखंड हूल के शहीद चानकू महतो के स्मारक से आरंभ हुआ. यहां पूर्व चेयरमैन बसंती देवी एवं भाजपा के वरीय नेता रविंद्र महताे, आजूस नेता संजीव कुमार महतो के अलावा अन्य के द्वार प्रतिमा को नमन किया. बसंती देवी ने कहा कि झारखंडी संस्कृति का बेजोड़ दर्शन डहरे करम को लेकर बताया. भारी संख्या में उपस्थिति से अभूतपूर्व रहा कार्यक्रम अन्य समाज के भागीदारी रही. भविष्य में करम पर्व मनाने वाले सभी समाज को मान-सम्मान के साथ शामिल किया जायेगा. 10 किमी की यात्रा कारगिल चौक के बाद पांडुबथान के शहीद वीरेंद्र महतो के स्मारक पर जाकर संपन्न हुआ. इस दौरान डहरे करम बेड़हा के संयोजक रविंद्र महतो ने कहा कि करम परब जीने के तौर तरीके से नयी पीढ़ी को सिखाकर संस्कारवान बनाता है. झारखंडी संस्कृति को बढ़ावा देकर राज्य और देश के साथ दुनिया में बेहतर जीवनशैली दी जा सकती है. झारखंड का हर परब त्योहार प्रकृति से जुड़ा होता है. प्रकृति का आदर, संरक्षण व संवर्धन के लिए प्रेरित करने वाला है. ऐसा आयोजन होता रहना चाहिए. समाज को भी झारखंडी संस्कृति में निहित मूल्यों पर आधारित जीवन से भविष्य आसान होगा. अखिल भारतीय आदिवासी कुड़मी महासभा के संयोजक संजीव कुमार महतो ने करम परब कुड़मी जनजाति का महत्वपूर्ण परब है. समाज की अविवाहित लड़कियां व नव विवाहिता लडकियां सामूहिक रूप से पर्व मनाती है. इस पर्व के माध्यम से वो पारिवारिक धरम के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को समझती हैं. वहीं युवा को भी यह पाठ मिलता है. कर्मवान बनने की शिक्षा मिलती है. मौके पर संयोजक केपी महतो, नरेंद्र कुमार महतो, डॉ निरीश बानुआर, धनंजय महतो, दीपक महतो, दिनेश महतो, प्रफुल्ल महतो, नागेंद्र महतो, खगेश महतो, संजय महतो, मदन महतो, मालेशर महतो, डॉ हरेंद्र महतो, किशोर महतो, चंद्रशेखर आजाद, धनंजय महतो, अरविंद महतो, रामविलास महतो, कैलाश महतो, दयानंद भारती, प्रवीण महतो, मदन महतो, अजय महतो, मिथिलेश महतो, सविता नन्दन, राजेश महतो, उदय महतो, बालमुकुंद महतो, मिथुन महतो, संदीप महतो, मनबहाल महतो, रमेश महतो , गौतम महतो, पंकज महतो, त्रिलोचन महतो, निर्मल महतो, दशरथ महतो, लालजी महतो, मनिकांत महतो, महिला कार्यकर्ता में से प्रमुख अंजलि महतो, प्रेमलता महतो, दयालता महतो, भाग्यश्री महतो, निलम महतो, शांति महतो, यशोदा महतो एवं कुड़मि समाज के तमाम जागरूक महिला पुरुष युवा सदस्य शामिल थे. इस दौरान गोड्डा कृषि काॅलेज के पास शहीद विरेंद्र महतो के समाधि स्थल जाने के दौरान डहरे करम के पैदल यात्रा के दौरान सभी लोगों को झामुमो नेता घनश्याम यादव ने शर्बत व पानी पिलाकर सेवा की. इस दौरान बड़ी संख्या में लोगों ने श्री यादव के प्रति आभार जताया.
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