कुड़मी समुदाय के बच्चों की मातृभाषा कुड़माली दर्ज किये जाने की मांग
कुड़मी छात्र संगठन ने डीसी को सौंपा ज्ञापन
कुड़माली भाखि चारि आखाड़ा संगठन की ओर से डीसी को ज्ञापन सौंपा गया. समाहरणालय पहुंचकर संगठन की ओर से डीसी के साथ डीएसइ को दिये गये मांग पत्र में जिले के सरकारी प्राथमिक विद्यालयों की ओर से कराये जा रहे सर्वेक्षण में कुड़मी समुदाय के बच्चों की मातृभाषा कुड़माली दर्ज कराने का अनुरोध किया गया. बताया कि कुड़मी जाति समुदाय के बच्चे गांव के सरकारी विद्यालय में पढते हैं. जन समुदाय की मातृभाषा कुड़माली है. जिस तरह से संथाल की मातृभाषा संथाली, हो जाति की हो, मुंडा की मुंडारी अधिकृत है, मगर कुड़मी जाति समुदाय के लोग जो सरकारी विद्यालयों में पढ़ते हैं, अब तक उनकी मातृभाषा कुड़माली में नहीं बदला गया है. कुड़माली के स्थान पर कुड़मी जाति के लिए अन्य क्षेत्रीय भाषा खोरठा, नागपुरी, बांगला आदि जबरन दर्ज किया जा रहा है. संगठन की ओर से जोर देकर कहा गया कि अगर उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया, तो आंदोलन का रूख तैयार करेंगे. इस दौरान कुड़माली भाखि चारी आखाड़ा के सदस्य दिनेश कुमार महतो, किशोर कुमार महतो, गौतम कुमार महतो, सोनू कुमार महतो, दशरथ महतो उपस्थित थे.
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