महागामा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सह रेफरल अस्पताल परिसर में खड़ा एंबुलेंस धूल फांक रहा है. महागामा की विधायक दीपिका पांडेय सिंह की पहल पर कोरोना काल में एनटीपीसी कहलगांव के सीएसआर फंड से एक एडवांस लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को प्रदान किया गया था. एंबुलेंस प्रदान किये जाने का उद्देश्य था कि मरीजों को इलाज कराने में सहुलियत हो. लेकिन आज अस्पताल परिसर में दो एम्बुलेंस झाड़ियों के बीच जंग खा रहा है. एंबुलेंस धीरे-धीरे जर्जर स्थिति में पहुंच
रेफर किये जाने की स्थिति में निजी वाहन से मरीज को जाना मजबूरी
स्थानीय पंकज कुमार, प्रदीप कुमार, सुमन कुमार, पवन सिंह आदि ने बताया कि अस्पताल से अक्सर मरीजों को रेफर किया जाता है, लेकिन अस्पताल का एंबुलेंस नहीं मिलने के कारण विशेष परिस्थिति में किराये पर निजी वाहन से इलाज कराने गोड्डा, भागलपुर सहित अन्य जगहों पर जाना पड़ता है. वहीं आपातकाल स्थिति में 108 एम्बुलेंस की सुविधा के भरोसे मरीज को रहना पड़ता है. अगर अस्पताल में पड़े एंबुलेंस का उचित रखरखाव व सदुपयोग किया जाता, तो क्षेत्र के लोगों को इसका लाभ मिलता. अनदेखी के कारण मेंटेनेंस के अभाव में एम्बुलेंस धूल फांक रहा है और लोगों को अतिरिक्त आर्थिक बोझ सहन करना पड़ रहा है. अस्पताल में समुचित स्वास्थ्य सुविधा का लाभ लोगों को नहीं मिल पा रहा है.लोगों को नहीं मिल पा रही बेहतर चिकित्सीय सुविधा
स्थानीय लोगों ने कहा कि महागामा अनुमंडल बनने के बाद बेहतर चिकित्सीय सुविधा मिलने की आस लोगों में जगी थी, लेकिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सह रेफरल अस्पताल में आये दिन हो रहे इलाज में लापरवाही के मामले से क्षेत्र के लोग निराश है. अस्पताल में गिरती चिकित्सीय सुविधा को लेकर आये दिन सोशल मीडिया पर भी लोग अपनी प्रतिक्रिया देकर नाराजगी व्यक्त कर रहे हैं और चिकित्सीय व्यवस्था की पोल खोलते रहते हैं. इसके बावजूद अस्पताल के चिकित्सीय व्यवस्था में सुधार नहीं हो रहा है. इसकी वजह से लोग अक्सर निजी क्लीनिक का रूख करने को मजबूर है, जिससे लोगों को आर्थिक बोझ का सामना करना पड़ रहा है. स्थानीय लोगों ने अस्पताल में एंबुलेंस की बेहतर सेवा उपलब्ध कराने की मांग की है. वही इस संबंध में अस्पताल कार्यालय से बताया गया कि एंबुलेंस चालक व मेंटेनेंस के अभाव में एम्बुलेंस अस्पताल परिसर में खड़ी है. वही इस संबंध में पूछे जाने पर डॉक्टर अनुज कुमार ने बताया कि एंबुलेंस खराब है, इसकी विस्तृत जानकारी कार्यालय से लेने की बात कही.
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