मिल्लत कॉलेज में विद्यार्थियों को एड्स के प्रति किया जागरूक
एनएसएस कार्यक्रम पदाधिकारी प्रो अशरफ करीम ने बताया घातक बीमारी
मिल्लत कॉलेज परसा में सोमवार को एड्स जागरूकता अभियान चलाया गया, जिसमें कॉलेज के शिक्षक -शिक्षकेतर कर्मियों व छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया. हर वर्ष डब्ल्यूएचओ द्वारा मनाये जाने वाले विश्व एड्स दिवस के उपलक्ष्य में जागरूकता अभियान कॉलेज में चलाया गया. इस मौके पर प्राचार्य डॉक्टर तुषार कांत ने बताया कि डब्ल्यूएओ पूरे विश्व भर से 2030 तक एड्स नामक बीमारी को पूरी दुनिया से खत्म करने का मजबूत इरादा किया है. उन्होंने कहा कि दुनिया में लगभग चार करोड़ एड्स के मरीज़ हैं, जिसमें से सिर्फ भारत में ही लगभग 19 लाख एचआइवी पॉजिटिव हैं. एनएसएस कार्यक्रम पदाधिकारी प्रोफेसर अशरफ करीम ने बताया कि यह घातक बीमारी है, जो मुख्यतः चार कारणों से फैलती है. सही से रोकथाम करें, तो निश्चित रूप से इस बीमारी से समाज को बचा सकते हैं. यदि किसी व्यक्ति को एड्स की बीमारी हो जाती है, तो हमें उसके साथ भेदभाव नहीं करना चाहिए. उसका उचित उपचार करने की दिशा में उसका मार्गदर्शन करना चाहिए. प्राचार्य डॉ तुषार कांत के अलावे, एनएसएस कार्यक्रम पदाधिकारी प्रो अशरफ करीम, डॉ मो ज़ाबेद, डॉ ब्रह्मनाथ, डॉ अभिमन्यू, प्रो विकास मुंडा, प्रो खालिद, प्रो मुज़ाहिद, मो नदीम, मो अब्दुल्लाह तथा कॉलेज के छात्र- छात्राएं मौजूद थे.
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