गोड्डा जिला मुख्यालय में बारिश पानी का असर देखा गया. रविवार की देर रात तेज हवा व बारिश के कारण कटी बिजली दूसरे दिन बड़ी मशक्कत के बाद मुहैया करायी जा सकी. पूरे दिन बिजली के लिए लोग परेशान रहे. जानकारी के अनुसार गांधीग्राम ग्रिड से आये 33 हजार से लेकर 11 हजार में विभिन्न स्थानों पर खराबी पायी गयी, जिसको देखने के बाद दुरूस्त किया गया. बिजली कटे रहने से लोगों को खासा परेशान रहना पड़ा. लोग बिजली के अभाव में विभाग को काेसते रहे. रविवार को बारिश के बाद बिजली कर्मियों ने दूसरे दिन सुबह सोमवार से मरम्मत कार्य प्रारंभ किया. तकरीबन 12-15 घंटे शहर में बिजली बाधित रही. शहर के ही पुराने समाहरणालय के सामने 33 हजार फीडर का डिक्स्ड पंक्चर हो जाने से ग्रांधीग्राम से बिजली मुहैया नहीं करायी जा रही थी. वहीं इसके अलावा शहर के रौतारा चौक के समीप भी 11 हजार के डिक्स में पंक्चर होने के कारण बिजली के लिए माथापच्ची करनी पड़ी. हालांकि पूरे दिन कर्मी बिजली को दुरूस्त करने में लगे रहे. कभी फीडर टू की लाइट गायब रही तो तीन की. पूरे दिन फीडर थ्री में लोग बिजली की समस्या से जूझते रहे. बिजली नहीं रहने से पानी आदि की समस्या भी गहरा गयी. लोग पीने के पानी के लिए हलकान हो गये. दूसरे दिन भी रुक-रुक हो रही बारिश से भी बिजली कर्मी परेशान रहे. बारिश होने के बाद काम करने में परेशानी हुई. खराब पड़े 33 केवीए के तार के डिक्स को तो हाइड्रा आदि बुलाकर ठीक किया गया. पानी के कारण कर्मी पोल पर चढ़ने को राजी नहीं थे. विभाग के जीतेंद्र सिंह, सुजीत कुमार भगत, बब्लू, मुकेश आदि कर्मी विभिन्न स्थानों पर बिजली के मरम्मत कार्य में जुटे रहे. जैसे-तैसे खराब पड़े बिजली को दुरूस्त कराया गया, तब जाकर शाम में बिजली नसीब हो सकी. पूरे दिन शहर में कहीं न कहीं तार गिरने व 11 हजार में आयी खराबी को लेकर विभाग परेशान रहा.
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