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कद्दू-भात के साथ लोक आस्था का महापर्व छठ शुरू

चार दिवसीय छठ महापर्व को लेकर पहले दिन जिलेभर में की गयी छठी मईया की पूजा-अर्चना

By Prabhat Khabar News Desk | November 5, 2024 11:47 PM

लोक आस्था का महापर्व छठ व्रत मंगलवार को कद्दू-भात के भोग के साथ शुरू हो गया. चार दिनों के इस महापर्व को लेकर पूरी सादगी व श्रद्धा से स्वच्छता के साथ भगवान भास्कर की पूजा-अर्चना करने के उपरांत कद्दू-भात का भोग चढ़ाया गया. नियम की कसौटी के साथ व्रतियों ने एक दिन पूर्व भागलपुर के गंगा में स्नान करने के बाद मंगलवार से महापर्व आरंभ कर दिया. इसके साथ ही खरना की तैयारी भी शुरू कर दी गयी है.

शहर से गांव तक बढ़ी दूध की डिमांड :

जिलेभर में खरना को लेकर दूध की डिमांड सामान्य दिनाें की तुलना में 10 गुणा बढ़ गयी है. एक अनुमान के मुताबिक जिले भर में करीब दो टन दूध की जरूरत बतायी गयी है. जिले के विभिन्न डेयरी के अलावा सामान्य पशु पालकों के साथ ही मेधा व सुधा डेयरी को भी दूध की आपूर्ति बढ़ाकर लाने का ऑडर दिया गया है.

1000 रुपये प्रतिकिलो तक पहुंची शुद्ध घी की कीमत

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छठ का प्रसाद बनाने के लिए बड़ी मात्रा में शुद्ध घी की जरूरत बतायी गयी है. इसके लिए जिले में करीब दस क्विंटल से ज्यादा घी की खरीद का अनुमान है. यहां विभिन्न दुकानों के अलावा भगालपुर आदि क्षेत्र से लाकर बेचने वाले व्यवसाई, मिठाई दुकानदार के अलावा विभिन्न कंपनी के शुद्ध घी की भी मांग बढ़ी है. हालांकि प्रति किलो हजार तक घी का दर होने के बावजूद बाजार में कमी देखी जा रही है. वहीं बड़ी मात्रा में गुड़ की भी खरीदारी की जा रही है. स्थानीय बाजार में उपलब्ध गुड़ के अलावा बाहर से भी बड़ी मात्रा में कोल्हू के अलावा मील के गुड़ के ऑर्डर से बाजार में उपलब्ध किया जा रहा है.

छठ व्रतियों ने योगिनी मंदिर प्रांगण में बनाया कद्दू भात :

छठ व्रतियों ने अपने-अपने घरों में मंगलवार को कद्दू भात बनाकर भोजन के रूप में ग्रहण किया. प्रखंड के शक्ति पीठ योगिनी स्थान परिसर में भी कई छठ व्रतियों ने पर्व को लेकर कद्दू भात बनाया. सामूहिक रूप से मिट्टी का चूल्हा तैयार कर छठ व्रतियों ने कद्दू भात बनाने का विधान पूरा किया. यहां झारखंड व बिहार से भी छठ व्रती शक्तिपीठ मां योगिनी मंदिर परिसर पहुंचकर छठ करते हैं. यहां किसी-किसी परिवार ने पांच वर्ष से, तो कोई 10 से 15 वर्षों से लगातार छठ करती आ रही हैं. श्रद्धालु भक्त हैं, जो मन्नत पूरी होने पर योगिनी मंदिर पहुंचकर छठ किया करते हैं. बताया गया कि योगिनी मंदिर पहुंचकर छठ पर्व करने वाले भक्त कद्दू-भात, खरना का विधान योगिनी मंदिर प्रांगण में ही पूरा किया करते हैं. वहीं श्रद्धालु भक्तजन बारकोप के रानी पोखर में सूर्य को अर्घ्य देते हैं.

महागामा में कद्दू-भात के साथ खरना की तैयारी शुरू :

प्रखंड क्षेत्र में लोक आस्था का महापर्व छठ पर्व कद्दू-भात के साथ आरंभ हो गया. व्रतियों ने सुबह स्नान कर प्रसाद के लिए गेहूं को पूरी पवित्रता के साथ धोकर सुखाया. सात्विक भोजन कद्दू चावल व चना का दाल ग्रहण किया. चार दिवसीय छठ पूजा के दूसरे दिन बुधवार को छठव्रती दिनभर उपवास के बाद शाम को खरना का प्रसाद भगवान सूर्य को अर्पित कर ग्रहण करेंगी. छठ पूजा को लेकर छठ घाट की साफ-सफाई पूरी कर ली गयी है. छठ पूजा पर बजने वाले पारंपरिक गीतों से माहौल भक्तिमय हो गया है. छठ पूजा को लेकर महागामा हटिया परिसर, बसुवा चौक, केचुआ चौक पर दर्जनों पूजन सामग्री की दुकान सज गयी है.

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