इस्लाहे मुशायरा कॉन्फ्रेंस में तालीम के लिए किया बेदारी
जिसने शिक्षा हासिल नहीं की, उसकी कोई कद्र नहीं
इस्लाहे मुशायरा व तालीमी बेदारी कॉन्फ्रेंस का आयोजन गोड्डा जिले के बसंतराय प्रखंड क्षेत्र के बेलडीहा पंचायत अंतर्गत रनसी गांव में गुरुवार की देर रात आयोजित की गयी. इसमें मुशायरे के मौजूदा हालात पर चर्चा करते हुए उलेमा ने नबी-ए-करीम की सीरत पर रोशनी डाली. साथ ही सुधार के लिए तालीम (शिक्षा) पर जोर दिया. इस मौके पर मौलाना मुबारक हुसैन कासमी ने नबी-ए-करीम की जिंदगी पर रोशनी डाली. साथ ही उनके बताये रास्ते पर सभी को चलने का आह्वान किया. उन्होेंने कहा कि नबी के रास्ते पर चलकर ही अपनी जिंदगी को आसान बना सकते हैं. उलेमाओं ने कहा कि हम जिस दौर में चल रहे है, वह शिक्षा का दौर है. इंसान अगर शिक्षा हासिल नहीं करता तो उसकी कोई कद्र नहीं होती है. शिक्षा के मामले में बच्चों में फर्क न करें. चाहे लड़का हो या लड़की, तालीम हासिल हासिल करना सबका हक है. इस दौर में दुनियावी तालीम के साथ दीन की तालीम भी जरूरी है. जलसे का संचालन करते हुए मौलाना निहाल ने मुशायरे में फैली बुराइयों की तरफ गौर कराया. उन्होंने कहा कि हमारे मुशायरे में तालीम की कमी है, इसीलिए हम बुराइयों के शिकार हो रहे हैं. इसे दूर करने के लिए तालीम की बेदारी जरूरी है. वहीं शायर मौलाना फहीम और शायर मौलाना सोहेल ने अपनी दिलकश आवाज में एक से बढ़कर एक कलाम पेश किया. इस दौरान जिप सदस्य मो एहतेशामुल हक, मौलाना मुबारक हुसैन कासमी, मौलाना शादाब कासमी, मौलाना अब्दुल कय्यूम, मौलाना इदरीश मजाहिरी, मौलाना मुहम्मद अकरम, कारी कासिम के साथ ही कमेटी के मोहम्मद तबरेज, मुहम्मद इमरान, मुहम्मद राजिब, हाफिज कमरूल हुदा, मुहम्मद मिनसार आदि मौजूद थे.