महागामा नगर पंचायत के तेतरिया गांव में डायरिया से आधा दर्जन लोगों के बीमार होने व महिला तारा देवी की मौत के बाद से स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है. रविवार को दूसरे दिन भी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र महागामा की चिकित्सीय टीम ने चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अनुज कुमार के नेतृत्व में तेतरिया गांव के दर्जनों घरों का भ्रमण कर डायरिया से बचाव को लेकर लोगों को जागरूक किया एवं जिंक व ओआरएस का वितरण किया. इस दौरान डॉक्टर अनुज कुमार ने बताया कि आज तेतरिया गांव में डायरिया का एक भी मरीज नहीं पाया गया है. स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है. एक दिन पहले रेफरल अस्पताल में इलाजरत 11 वर्षीय किशोरी मंजू कुमारी और मृतक महिला के ससुर 104 वर्षीय रिंचू पंडित को बेहतर इलाज के लिए गोड्डा रेफर कर दिया गया है. चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया कि गांव की सहिया टुंपा देवी को डायरिया से संबंधित किसी भी तरह के मामले की सूचना देने को लेकर तैनात किया गया है. साथ ही गांव के जलजमाव वाले स्थान तथा कुआं में ब्लीचिंग पाउडर डलवाया जा रहा है. इधर डायरिया का प्रकोप होने पर नगर पंचायत द्वारा गांव में ब्लीचिंग पाउडर के जगह सिर्फ चूना का छिड़काव कर खानापूर्ति करने का आरोप स्थानीय ग्रामीणों ने लगाया है. डायरिया के प्रकोप से ग्रामीणों में भय का माहौल है. चिकित्सीय टीम द्वारा लोगों को डायरिया से बचाव को लेकर लगातार जागरूक किया जा रहा है. मालूम हो इसके पूर्व भी मेहरमा प्रखंड के लकड़मारा, ढ़ोढ़ा तथा बिशनपुर में डायरिया के चपेट में आने से लकड़मारा गांव की 2 वर्षीय बच्ची लक्ष्मी कुमारी तथा बिशनपुर की महिला नेहा देवी की जान चली गयी थी.
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