एकादशी पर मैया के दर्शन को पहुंचे हजारों श्रद्धालु
आदिवासी समुदाय के लोगों ने भी लिया आशीर्वाद
गोड्डा जिले के ठाकुरगंगटी प्रखंड क्षेत्र के कजरैल गांव में चैती दुर्गा पूजा को लेकर एकादशी मेले में भक्तों का जनसैलाब उमड़ा. मेले के अंतिम दिन मैया के दर्शन को लेकर श्रद्धालु मंदिर परिसर पहुंचकर मैया के चरणों में सिर झुकाकर आशीर्वाद लिया. इस दौरान लोगों ने बड़ी संख्या में प्रसाद का चढ़ाया. मेले के अंतिम दिन आदिवासी समुदाय के लोगों ने भी मंदिर पहुंचकर मैया का दर्शन कर आशीर्वाद लिया. आसपास क्षेत्र के गांवों के साथ साथ सीमावर्ती इलाके साहिबगंज व भागलपुर बिहार से भी लोगों ने आकर मेले का खूब लुफ्त उठाया. मेले में मौत का कुआं, ब्रेक डांस, झूला, मीना बाजार के साथ-साथ छोटे छोटे श्रृंगार के दुकानों में काफी भीड़ देखी गयी. मेला कमेटी के व्यवस्थापक सह जिला परिषद सदस्य निरंजन कुमार पोद्दार ने बताया कि हर वर्ष एकादशी को अंतिम दिन मेले में व्यापक भीड़ जुटती है. पूरा परिसर श्रद्धालुओं से पटा रहता है. मेले में आगंतुक लोगों पर सीसीटीवी कैमरे की फुटेज से पूरी निगरानी रखी जाती है. इसके साथ वॉलेंटियर की भी कड़ी निगाह रहती है. पुलिस प्रशासन भी पूरी तरह से मुस्तैद रहती है. उन्होंने बताया की आगंतुक लोगों को भीषण गर्मी को देखते हुए गांव के नव युवक संघ के द्वारा निशुल्क पीने के पानी की समुचित व्यवस्था उपलब्ध करायी जाती है. रात्रि के दस बजे तक लोग मेले के आनंद में लीन रहते है. इसके बाद इसी परिसर में पूरे रात्रि कोलकाता से आये कलाकारों द्वारा भक्ति जागरण की प्रस्तुति में लोग खूब झूमते है. उन्होंने बताया की हर वर्ष के भांति इस वर्ष मेले में व्यापक भीड़ देखी गयी, जहां लोगों ने मैया के दर्शन के साथ साथ सोने-चांदी का भी चढ़ावा भी चढ़ाया. बताया कि मेले को लेकर गांव के अन्य प्रांत में रहने वाले लोग भी आकर इस महान मेले में शामिल होते हैं. इससे की गांव की और भी शोभा बढ़ जाती है. इधर मामले को लेकर थाना प्रभारी पंकज कुमार सिंह ने बताया की मेले में घूमने वालों पर पुलिस प्रशासन की ओर से पैनी नज़र रखी जा रही है. इसको लेकर पुलिस प्रशासन की प्रतिनियुक्ति की गयी है. इसके साथ-साथ आवागमन वाले मार्ग पर भी विशेष ध्यान रखी जा रही है. साथ ही साथ पेट्रोलिंग गश्ती अभियान भी लगातार चलायी जा रही है, ताकि किसी प्रकार का कोई घटना नहीं हो.