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पौड़याहाट विधानसभा : प्रदीप यादव के लिए 2014 का मुकाबला था कठिन, इस बार हो सकती है कांटे की टक्कर

2014 में प्रदीप यादव को कुल 64,036 वोट मिले थे और देवेंद्रनाथ सिंह को 52,818 वोट मिले थे. इस बार फिर से बीजेपी ने देवेंद्रनाथ सिंह को टिकट दिया है.

By Kunal Kishore | October 21, 2024 12:03 PM
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पौड़याहाट विधानसभा : राजनीति में ऊंट किस करवट बैठ जाये किसी को पता नहीं है. बड़े-बडे सूरमा भी राजनीति के मैदान में औधे मुंह गिर जाते हैं, तो कभी प्यादा भी राजा व मंत्री को धरासायी कर देता है. वस्तुत: इस खेल में बिगाड़ने व बनाने का काम केवल जनता पर है. पोड़ैयाहाट विधान सभा में भी ऐसा नजारा पिछले चुनाव में देखा गया है, जब वहां टिकट पर चुनाव लड़ने वाले ऐसे धुरंधर की हवा भी बंद हो गयी तो कहीं तिनके ने भी कमाल कर दिया.

2009 में खुद की पार्टी से बनाकर लड़ा चुनाव

हम बात कर रहे हैं 2009 की जब पहली बार भाजपा से मोह भंग हो जाने के बाद अपनी खुद की पार्टी बनाकर चुनाव लड़ने वाले तीसरी बार के विधायक प्रदीप यादव के साथ झामुमो छोड़कर भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले प्रशांत मंडल व जेएमएम के तीन बार सांसद व विधायक रह चुके सूरज मंडल के बीच मुकाबले में भाजपा का प्रर्दशन तीसरे स्थान पर रहा. प्रदीप यादव को जहां 61140 वोट मिला. वहीं 30104 वोट सूरज मंडल को तथा 24133 वोट पर ही प्रशांत कुमार को संतोष करना पड़ा. बताते चलें कि प्रशांत कुमार को भी क्षेत्र की जनता ने तीन बार विधायक बनाया था. मंडलद्वय को इस चुनाव में जितना वोट मिला था, उतना वोट अकेले प्रदीप यादव के पास था. इस चुनाव में भाजपा को बेहतर नहीं कर पायी थी. इस सीट से लगातार 2000 से भाजपा जीत रही थी. इस बार तीसरे स्थान पर रही.

2014 में नजदीकी मुकाबले में जीते प्रदीप यादव

मगर 2014 के चुनाव में सामान्य-सा कार्यकर्ता देंवेंद्रनाथ सिंह के भाजपा से टिकट मिलने पर लगातार चार बार से चुनाव जीत रहे प्रदीप यादव को भी कड़ा मुकाबला दिया. यादव से मात्र 11218 वोट से ही हार गये. चुनाव में देवेंद्रनाथ सिंह को 52818 व प्रदीप यादव को 64036 मत मिले थे. अगर 2019 की भी बात की जाये तो इस बार भी भाजपा के गजाधर सिंह ने जमकर लोहा लिया था. मगर 2014 के चुनाव का मुकाबला जेवीएम के लिए कड़ा माना जाता है. इस बार पुन: भाजपा की ओर से देवेंद्रनाथ सिंह को पार्टी का टिकट देकर रेस का घोड़ा बनाया है. देखना है आगे हाेता क्या है.

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