सोनपुर गांव में पेयजल संकट गहराया

सोलर जलमीनार में खराबी के कारण हुई समस्या

By Prabhat Khabar News Desk | December 3, 2024 11:50 PM
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ठाकुरगंगटी प्रखंड क्षेत्र के फुलबडिया पंचायत अंतर्गत सोनपुर गांव में इन दिनों पेयजल की घनघोर समस्या उत्पन्न हो गयी है. गांव के दो टोले में दो सोलर जलमीनार विगत पांच माह से खराब पड़ा हुआ है. पीने के पानी को लेकर ग्रामीण काफी परेशान हो रहे हैं. दूसरी ओर विभाग संज्ञान लेने के बजाय आराम की नींद सो रही है. बताया जाता है कि सोनपुर गांव के राजेंद्र कुजूर घर के सामने लगा सोलर जलमीनार खराब पड़ा हुआ है. दो टोले मिलाकर 500 घर में करीब 700 की आबादी पेयजल की समस्या से परेशान है. लोगों को दूसरे स्थान से जाकर पानी लाकर अपनी प्यास बुझानी पड़ती है.

पीने के साथ-साथ घरेलू कार्यों के लिए पानी की जुगाड़ करते हैं ग्रामीण

गांव की अधिकांश आबादी इसी जलमीनार पर आश्रित है, जिन्हें की फिलहाल काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. गांव के लोग तो पीने के साथ साथ घरेलू उपयोग को लेकर दूसरे स्थान से पानी का जुगाड करने में लगे हुए है. ग्रामीण संझाला हेंब्रम, मंगल हेंब्रम, बलराम मुर्मू, रामजी मुर्मू, जयचंद मरांडी, प्रेमलाल हेंब्रम ने बताया कि जब से यह जलमीनार गांव में खराब हुआ है. पीने के पानी को लेकर इतनी समस्या बनी हुई है कि देखने वाला कोई नहीं है. विभागीय उदासीनता के कारण ग्रामीणों को काफी परेशानी हो रही है. गांव के ही पंचायत समिति सदस्य जीतराम हांसदा ने बताया कि अगर पूरे पंचायत का सर्वे कि जाय तो संबंधित पीएचईडी विभाग का ढोल का पोल खुल जाएगा की लगाया गया जलमीनार कितनी सही है व कितना खराब पड़ा हुआ है. एक ओर लोग परेशान है, दूसरी ओर विभाग गहरी नींद सो रही है. उन्होंने बताया कि आगामी 15 व 16 दिसंबर को इसी गांव में बड़े पैमाने पर कराम पूजा के उपलक्ष्य पर भव्य मेले का आयोजन होता है. जिसमें आदिवासी समुदाय के हर घर में बड़ी संख्या में मेहमानों का आगमन होता है. जहां 15 को पूजा के साथ-साथ 16 को मेले का आयोजन होगा. इसके बावजूद भी सूचना देने के बाद विभाग की नींद नहीं खुली. उन्होंने बताया की पंचायत समिति की बैठक में मामले को गंभीरता पूर्वक लिया जाएगा कि आखिर विभाग उदासीन क्यों है. गांव में सर्वाधिक गरीब परिवार के लोग रहते हैं. मामले को लेकर बीडीओ विजय कुमार मंडल से पूछे जाने पर बताया कि जानकारी मिली है. संबंधित विभाग से बात कर समस्या का निदान करने का काम किया जाएगा, ताकि ग्रामीणों को कोई परेशानी नहीं हो.

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