रेलवे लाइन के प्रस्तावित रूट को बदलने के लिए ग्रामीणों ने दिया धरना, कहा
पिरोजपुर गांव से रैली निकाल कर सात गांवों के ग्रामीण पहुंचे प्रखंड मुख्यालय
नये रूट से सैकड़ों परिवार हो जायेंगे बेघर, पुराने सर्वे के अनुसार हो काम पिरोजपुर गांव से रैली निकाल कर सात गांवों के ग्रामीण पहुंचे प्रखंड मुख्यालय तस्वीर-31 प्रखंड परिसर में धरना देते सात गांव के ग्रामीण. प्रतिनिधि, मेहरमा रेलवे लाइन के प्रस्तावित रूट को बदलने को लेकर सात गांवों के ग्रामीणों ने पूर्व से निर्धारित कार्यक्रम के तहत प्रखंड परिसर में धरना दिया. इसका नेतृत्व राज्य किसान सभा के जिला सचिव अशोक साह ने किया. धरना से पूर्व सिदो-कान्हू चौक पिरोजपुर से रैली निकाली गयी. प्रखंड परिसर में आकर धरना में तब्दील हो गया. धरना में शंकरपुर, पिरोजपुर, अमजोरा, पत्तिचक, इटहरी, गोविंदपुर व प्रतापपुर के सैकड़ों ग्रामीण शामिल थे. हाथ में तख्ती लेकर रेलवे लाइन का पुराना सर्वे रूट से ले जाने की मांग की. विकास के नाम गरीबों के घर को उजाड़ना बंद करने, गोड्डा सांसद प्रस्तावित रूट को बदलकर पुराने रूट होकर रेलवे लाइन ले जाने के प्रस्ताव को पारित कराओ के नारा को बुलंद कर रहे थे. ग्रामीणों ने बीडीओ सह सीओ अभिनव कुमार से मिलकर अपनी बातों को रखते हुए मांग-पत्र को सौंपा. ग्रामीणों ने बीडीओ के समक्ष अपनी बातों को रखते हुए कहा कि पूर्व में रेलवे विभाग की ओर से जिधर सर्वे किया गया था, उससे किसी भी गांव का कोई भी परिवार का घर नहीं उजड़ रहा था. मगर अभी रेलवे ने जमीन का सर्वे किया है, उससे सात गांव के सैकड़ों घर उजड़ रहे हैं, सभी लोग बेघर हो जायेंगे. ग्रामीणों ने बताया कि कई ऐसे परिवार हैं, जो कि दूसरे व्यक्ति की जमीन को खरीदकर कर्ज लेकर मकान बनाया है, जमीन का मुआवजा जमीन मालिक को और घर का पैसा जिस व्यक्ति के मकान बनाया गया है, उसे मिलेगा. इससे कई परिवार बेघर हो जायेंगे. ग्रामीणों ने सीओ से प्रस्ताव को रेलवे विभाग व वरीय पदाधिकारी को भेजने की बातों को रखा. मौके पर प्रभाष सिन्हा, शीतल सिन्हा, रघुवीर मंडल, बारीक खान, मो रकीम, जीतराम बेसरा, तेजनारायण सिंह, अमीन मुर्मू, मांगन पासवान, हदिशा खातून, प्रभाष मिश्र आदि उपस्थित थे.
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