गोड्डा विस में इस बार राजद प्रत्याशी संजय प्रसाद यादव ने भाजपा के अमित मंडल को 23358 वोट से शिकस्त दिया. पिछले विस चुनाव की तुलना में भाजपा प्रत्याशी अमित मंडल को इस बार के चुनाव में 1007 वोट कम आया है. 2019 में अमित मंडल को 87578 मत आया था. मगर 2024 में उन्हें 86961 मत ही मिला. राजद प्रत्याशी संजय प्रसाद यादव के 2019 के चुनाव में अमित मंडल से करीब 4500 वोट कम थे. उन्हें 86066 वोट मिला था. इस बार उन्होंने जनता की दिलेरी लेते हुए आकंडा 108319 की संख्या को पार किया. देखा जाये तो भाजपा के वोट में इस बार के चुनाव में कमी आयी है. जबकि राजद और महागठबंधन ने अपना वर्चस्व स्थापित करते हुए भाजपा के गढ़ में भी सेंधमारी करते हुए संख्या को पार करते हुए जीत का अंतर 21358 को प्राप्त किया है. 2019 व 2024 के बीच का अंतर पांच गुणा से भी अधिक है. हालांकि यह भी है कि पिछले बार के चुनाव में जदयू के प्रत्याशी रविंद्र महतो ने जहां 6417 वोट लाकर भाजपा के जीत की बढ़त को कम करने का काम किया था. वहीं 2024 के चुनाव के कैंची के प्रत्याशी परिमल ठाकुर ने 9427 वोट लाकर एक तरह से भाजपा के लीड को कम करने का काम किया. अगर 2014 की बात करें, तो गोड्डा विस में कुछ अलग ही आंकड़ा लोगों के बीच था. अमित मंडल के पिता रघुनंदन मंडल भाजपा के टिकट से चुनाव लड़े थे. जबकि उनके सामने राजद प्रत्याशी संजय प्रसाद यादव चुनाव मैदान में थे. रघुनंदन मंडल की ही जाति के झामुमो प्रत्याशी राजेश मंडल भी चुनाव मैदान में तीर धनुष के साथ उतरे थे. 2014 के चुनाव में रघुनंदन मंडल को 87158 मत मिला था. वहीं संजय प्रसाद यादव को 52672 मत मिला था. झामुमो प्रत्याशी राजेश मंडल को 17329 मत मिले थे. वहीं 2014 में ही जेवीएम प्रत्याशी के रूप में संजीव आनंद चुनाव मैदान में थे. संजीव आनंद को चुनाव में 6994 मत मिला था. रघुनंदन मंडल एवं संजय यादव के जीत व हार के बीच का फासला 34486 मत था.
2014 में पिता को मिले वोट का आंकड़ा 2019 के चुनाव में पुत्र ने लगभग किया पूरा :
वर्ष 2014 के चुनाव में रघुनंदन मंडल को 87158 वोट मिला था. 2019 के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी व उनके पुत्र अमित मंडल को 87578 वोट मिले. दोनों ही चुनाव में पिता-पुत्र ने लगभग वोट की स्थिति समान रखी. जबकि पिता ने संजय यादव को 34486 मतों से पराजित किया था. विस चुनाव में इस बार भाजपा के तरह ही राजद को जनसमर्थन मिला. इस बार 2024 का सीधा मुकाबला भाजपा और महागठबंधन के बीच रहा. इसके बावजूद भाजपा को पिछले चुनाव से भी कम वोट आये. देखा जाये तो भाजपा के वोट का प्रतिशत विगत चुनाव की तुलना में कम ही रहा. वहीं राजद ने पिछले दो विस चुनाव में अपने वोट के प्रतिशत में जबर्दस्त इजाफा करते हुए गोड्डा में भाजपा के किला को ध्वस्त किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है