राजमहल कोल परियोजना के एरिया कार्यालय के सभागार में परियोजना के प्रोजेक्ट ऑफिसर व जनता मजदूर संघ के महामंत्री सह जेबीसीसीआइ के सदस्य सिद्धार्थ गौतम एवं परियोजना के मजदूर संघ के बीच वार्ता की गयी. इस वार्ता के दौरान मजदूर संघ के नेताओं व महामंत्री ने परियोजना में कार्यरत कर्मचारी एवं क्षेत्र के रैयतों की समस्याओं के बारे में विस्तार से चर्चा की. संघ के नेताओं ने बताया कि ऊर्जा नगर आवासीय कॉलोनी में पानी की काफी दिक्कत है. प्रबंधन को चाहिए कि खनन क्षेत्र के पानी को पाइप लाइन के माध्यम से ऊर्जा नगर आवश्यक पानी कॉलोनी में लाकर फिल्टर करके पहुंचाया जाये. यह भी कहा कि ऊर्जा नगर अस्पताल में संसाधन एवं डॉक्टरों की काफी कमी है, जिससे कर्मचारियों को समुचित इलाज की सुविधा नहीं मिल रही है. आवासीय कॉलोनी के क्वार्टर की छत अत्यधिक जर्जर हो चुका है. क्वार्टर में रहने वाले को काफी परेशानी होती है. क्वार्टर का सर्वे कर जर्जर छत की मरम्मत कराये जाने को कहा गया. परियोजना के अधीनस्थ कई प्राइवेट कंपनी कार्य करती है, लेकिन ठेका मजदूरों को सीएमपीएफ द्वारा पीएफ की राशि नहीं काटी जा रही है, जिससे मजदूरों को भविष्य में परेशानी होगी. संघ के नेताओं ने कहा कि परियोजना के विस्तार के लिए जमीन की आवश्यकता पड़ती है. लेकिन रैयत को जमीन एवं घर का मुआवजा नौकरी लेने में काफी परेशानी होती है. नियम में सरलता बरते जाने को कहा गया, ताकि रैयत को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े. प्रोजेक्ट ऑफिसर ने महामंत्री को आश्वासन दिया कि रैयत एवं कर्मचारी की समस्याओं को ध्यान में रखकर समाधान किया जाएगा. मौके पर प्रदीप पंडित, मुकेश झा, जयराम यादव, संदीप पंडित, अर्जुन ठाकुर, आनंद कुमार आदि उपस्थित थे.
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