रेलवे स्टेशन के समीप बनी नयी सड़क भी हो गयी जर्जर
हाल ही अमृत भारत स्टेशन के तहत बनी नयी सड़क का हाल-बेहाल
गोड्डा रेलवे स्टेशन के समीप बनी नयी सड़क की पोल खुलने लगी है. नवनिर्मित सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढ़े हो गये हैं. सड़क का उखड़ना भी अब कमोबेश चालू हो गया है. ऐसे में काम करने वाली एजेंसी की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठना लाजिमी हो गया है. मालूम हो कि अमृत भारत स्टेशन के तहत गोड्डा रेलवे स्टेशन का जीर्णोद्धार किया जा रहा है. पूरे स्टेशन को नया लुक देने का काम किया जा रहा है. गोड्डा-भागलपुर रोड से सटे स्टेशन जाने के लिए सड़क बनायी गयी है. हालांकि सड़क पहले से बनी थी, उस पर केवल अलकतरा व गिट्टी चढ़ाने का काम एजेंसी के द्वारा किया गया है. लेकिन एक बारिश बीतने के बाद ही सड़क की परतें उखड़ने लगी है. जहां-तहां अलकतरा की सड़क उखडने लगी है. सड़क बने अभी एक साल भी नहीं हुआ है. वह भी हालत तब है, जब इस सड़क पर किसी प्रकार से भारी वाहनों का परिचालन नहीं होता है. तब सड़क की परतें अभी से ही उखड़ने लगी है. ऐसे में सड़क की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठना लाजिमी है. इसके अलावा अन्य निर्माण कार्य में भी कहीं-कहीं पर खामियां हैं. हालांकि सड़क पर बने गड्ढ़े को लेकर जब स्टेशन मास्टर नीतेश कुमार सिंह से पूछा गया, तो बताया कि अभी निर्माण कार्य चल रहा है. नयी सड़क में ईंट उतारने आयी ट्रक चढ़ गयी थी, जिससे गड्ढा हो गया है. एजेंसी द्वारा निर्माण कार्य फिर से किया जाएगा. यह निर्माण करने वाले एजेंसी के ध्यान में है. दूसरा काफी दिन बीत जाने के बाद भी अब तक अमृत भारत स्टेशन के तहत निर्माण कार्य को कमोबेश पूरा नहीं किया गया है. पहले तो कुछ दिनों तक काम में रफ्तार थी. परंतु इधर रफ्तार एकाएक घट गयी है. एक्सलेटर आदि का निर्माण कार्य भी लंबित है. न ही फुटओवर ब्रिज का निर्माण कराया गया है, जिससे आने-जाने वाले को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
गोड्डा सांसद के प्रयास से अमृत भारत स्टेशन के रूप में चयन :
मालूम हो कि अमृत भारत स्टेशन के तहत इस स्टेशन का चयन किया गया है. यह योजना कई करोड़ की है. कम से कम गोड्डा में रेलवे सांसद का ड्रीम प्रोजेक्ट है. रेलवे के विकास के लिए यहां कई आधारभूत संरचनाओं पर सांसद द्वारा विशेष रूप से काम किया गया है. स्टेशन पर जरूरी सुविधाओं के निर्माण के बारे में सांसद ने बताया था कि यह सुविधाएं यहां के लोगो को जल्द मिलने लगेगी. लेकिन ऐसा नहीं हुआ, उल्टे काम की गुणवत्ता को लेकर प्रश्न उठने शुरू हो गये हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है