शैलेंद्र भगत गोलीकांड मामले में तीन गिरफ्तार, मुख्य सूत्रधार अब भी फरार
आपसी रंजिश की वजह से हुई गोलीकांड की घटना : एसडीपीओ
गोड्डा जिले के पोडैयाहाट गोलीकांड मामले में एसडीपीओ जे पी एन चौधरी ने पोड़ैयाहाट थाना में शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत की. आयोजित वार्ता में एसडीपीओ ने बताया कि आपसी रंजिश के कारण घटनाकांड को अंजाम दिया गया है. बताया कि अभी तक इस मामले में तीन की गिरफ्तारी हो गयी है. कहा कि कुछ दिन पहले क्रिकेट खेलने के दौरान हत्यारोपी, मृतक व उनके पुत्र के साथ विवाद हुआ था. इसके प्रतिशोध में अपराधियों ने घटनाकांड को अंजाम दिया है. एसडीपीओ ने बताया कि घटनाकांड़ के विरोध में पोड़ैयाहाट में पुत्र के बयान पर थाना कांड संख्या 41/24 के तहत हत्या का मामला दर्ज किया गया है. बताया कि घटनाकांड के विरोध में एसपी के निर्देश पर छापेमारी दस्ता का गठन किया गया है, ताकि सभी आरोपित गिरफ्तार हो सके. यह भी बताया कि पुलिस द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए गोड्डा जिले के सभी थाना क्षेत्र व सीमावर्ती बांका जिले के विभिन्न थाना क्षेत्र में नाकाबंदी करते हुए एंटी क्राइम वाहन चेकिंग अभियान चलाया गया. अपराधियों का पुलिस टीम द्वारा पीछा किया गया है, जिसके बाद अपराधी कांड में प्रयुक्त एक लाल रंग का मोटरसाइकिल छोड़कर भाग गये. अलग-अलग टीम द्वारा की जा रही छापामारी में घटना में संलिप्त तीन अपराधकर्मियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इसमें लोकेश कुमार, जो पोड़ेयाहाट के शांतिनगर का रहने वाला है. बोहरा गांव का अभिनव कुमार, रोहित यादव उर्फ राकेश कुमार, सा. बरमसिया, थाना बौसी, जिला बांका, बिहार का रहने वाला बताया जाता है. पूछताछ किये जाने पर गिरफ्तार तीनों अभियुक्तों ने अपने स्वीकारोक्ति बयान में घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार करते हुए कांड में शामिल अन्य आरोपितों का नाम-पता बताया है. बताया कि बाकि अन्य आरोपितों को भी पुलिस जल्द ही गिरफ्तार कर लेगी. पुलिस ने मामले में शामिल मोटरसाइकिल सहित मोबाइल आदि भी जब्त किया है. एसपी के निर्देश पर बनी टीम में स्वयं एसडीपीओ जे पी एन चौधरी, थाना प्रभारी विपिन यादव, मोतिया ओपी प्रभारी महावीर पंडित, देवदांड़ थाना प्रभारी रोहित यादव, पु अ नि आशीष कुमार यादव, पु अ नि रजनीश कुमार, पु अ नि मनोकांत कुमार मंडल, पु अ नि मनोज कुमार निराला, पु अ नि भोला नाथ दास, पु अ नि शशिकांत, गोड्डा नगर थाना, स०अ०नि० विजय कुमार राम सहित पुलिस बल व तकनीकी शाखा के पुलिस कर्मी थे.