आऊंगी, आऊंगी, मैं अगले बरस फिर आऊंगी…नम आंखों से श्रद्धालुओं ने दी मां को विदाई
जिले भर में मां दुर्गा की प्रतिमा का किया गया विसर्जन, जयकारे के साथ जमकर झूमे लोग
मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के साथ ही शारदीय दुर्गा पूजा का समापन हो गया. एकादशी तिथि को जिले के लगभग सभी स्थानों में एक साथ मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन कर दिया गया. शहर वासियों ने नम आंखों से मां को विदा किया. शहर के सात दुर्गा मंदिरों में बड़ी दुर्गा प्रतिमा बाबूपाड़ा, भतडीहा दुर्गा प्रतिमा, गोढ़ी दुर्गा प्रतिमा, सिनेमा हॉल चौक जय माता दी दुर्गा प्रतिमा, रौतारा दुर्गा प्रतिमा, कुरमन दुर्गा प्रतिमा के साथ-साथ रंगमटिया गांव की दुर्गा प्रतिमा का विसर्जन किया गया. शहर के मूलर्स टैंक के अलावा राज कचहरी व गोढ़ी तालाब में भी प्रतिमा विसर्जित की गयी. विसर्जन को लेकर दोपहर दो बजे से विभिन्न मंदिरों से प्रतिमा को वाहन पर रखकर विसर्जन के लिए निकाला गया. इस दौरान पुलिस की देखरेख में शहर के मुख्य मार्ग कारगिल चौक से लेकर सरीकंडा तक प्रतिमा को घुमाया गया. फिर स्थानीय तालाब में प्रतिमा विसर्जित की गयी.
विसर्जन तालाब तक श्रद्धालुओं की लगी रही भीड़ :
महागामा में प्रतिमा विसर्जन के दौरान हजारों भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी, महागामा दुर्गा मंदिर में स्थापित मां दुर्गा की प्रतिमा को भक्तों ने पारंपरिक तरीके से कंधे पर उठाकर माता के जयकारे के साथ पुराना पोखर में विसर्जित किया. विसर्जन के दौरान मां दुर्गा की प्रतिमा को कंधा देने और अंतिम दर्शन करने के लिए मंदिर परिसर से लेकर विसर्जन तालाब तक हजारों श्रद्धालुओं की भारी भीड़ लगी रही. प्रतिमा विसर्जन के दौरान भक्तों ने एक-दूसरे को अबीर-गुलाल लगाया. नम आंखों से मां दुर्गा को विदा कर वर्ष भर मां दुर्गा से कृपा बनाये रखने की कामना की. विसर्जन की निगरानी ड्रोन कैमरे से की जा रही थी. दुर्गा पूजा पर प्रखंड क्षेत्र के महागामा, ऊर्जानगर, लहठी, खुटहरी मंदिरों में स्थापित मां दुर्गा की प्रतिमा का भक्त जनों के दर्शन पूजन के बाद जयकारे के बीच भक्ति पूर्ण माहौल में तालाब में विसर्जन किया गया. विसर्जन के पूर्व लहठी दुर्गा मंदिर परिसर में सुहागिन महिलाओं ने विधायक दीपिका पांडेय सिंह की उपस्थिति में मां दुर्गा को सिंदूर लगाकर विदाई दी गयी.प्रशासनिक पदाधिकारियों की देखरेख में हुआ विसर्जन : बसंतराय प्रखंड क्षेत्र के सनौर में नौ दिनों तक मां दुर्गा की विशेष पूजा अर्चना के बाद रविवार को प्रतिमा विसर्जन का कार्यक्रम पूरे हर्षोल्लास के साथ संपन्न हो गया. पूजा समिति व प्रशासनिक पदाधिकारियों की देखरेख में मां दुर्गा की प्रतिमा को अंतिम विदाई दी गयी. उत्साहित होकर लोग एक-दूसरे को तिलक और गुलाल भी लगाया. शाम पांच बजे के बाद से ही प्रतिमा विसर्जन कार्यक्रम शुरू हो गया. भीड़ की वजह से कमेटी सदस्यों के साथ-साथ पुलिस बल के जवानों को थोड़ी मशक्कत करना पडा.
विदाई के दौरान मां से मांगी सुख-समृद्धि :
विजया दशमी के मौके पर भक्तों ने नम आंखों से मां आदि शक्ति को विदा किया. शारदीय नवरात्र के नौ दिनों के अनुष्ठान के बाद माता की विदाई भक्तों ने दिया. श्रद्धालुओं ने मायूसी के साथ माता को विदा किया. विजयादशमी उत्सव को लेकर पूरा शहर मां की अंतिम विदाई के दौरान उमड़ पड़ा. हनवारा थाना क्षेत्र के विश्वासखानी पंचायत के संग्रामपुर गांव में श्रद्धालुओं ने नम आंखों से मां दुर्गे को विदाई दी. इस दौरान अबीर व गुलाल लगाकर सुख-समृद्धि की कामना किया. मौके पर पूजा समिति के सदस्य राजेश राम, अशोक यादव ,बलराम यादव, प्रेम कुमार, राकेश यादव, अमिक लाल तांती, मनीष पासवान एवं हनवारा थाना की पुलिस मौजूद थी. विसर्जन से पहले दुर्गा मंडपों में महिलाओं ने सिंदूर खेल की रस्म को पूरा किया.नजदीकी तालाब में मां की प्रतिमा का किया गया विसर्जन :
बोआरीजोर, ललमटिया, लोहंडिया बाजार, श्रीपुर बाजार एवं बोआरीजोर गांव में दुर्गा पूजा पर्व शांतिपूर्वक संपन्न हो गया. विजयदशमी के दिन मंदिर प्रांगण में मेले का आयोजन किया गया. दूरदराज के लोग मेले का आनंद लेने के लिए लोग पहुंचे. पूजा समिति के सदस्य व पुलिस द्वारा सीसीटीवी कैमरे से निगरानी किया. मां की प्रतिमा का विसर्जन नजदीकी तालाब में किया गया. दौरान ढोल नगाड़े के साथ एक-दूसरे को गुलाल लगाकर जयकारे के साथ मां को विदाई दी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है