शीतलहर के कारण जिले में कनकनी बढ़ गयी है. पूरे राज्य में पश्चिमी विक्षोभ का असर है, जिसका परिणाम शीतलहर हवा है. शीतलहर के कारण ही धूप में भी लोगों को बहुत गर्मी नहीं मिल रही है. बीते दो-तीन दिनों से शीतलहर के कारण रात के तापमान में गिरावट दर्ज की गयी है. मौसम विभाग के अनुसार जिलेभर में अभी इसी प्रकार की स्थिति बनी रहेगी. इसका कारण है कि पश्चिमी विक्षोभ का असर बना हुआ है. इसका असर है कि दिन व रात दोनों तापमान में गिरावट दर्ज की गयी है. अधिकतम तापमान घटकर 20 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है. वहीं न्यूनतम 10-11 सेल्सियस के बीच है. बताया कि जहां आठ-दस दिन पहले जिले में अधिकतम तापमान 27-28 डिग्री सेल्सियस के समीप था. वह घटकर 20 पर आ गया है. इसलिए दिन व रात दोनों तापमान में गिरावट आयी है. फलत: कनकनी बढ़ना स्वभाविक है.
हनवारा में शाम होते ही चौक-चौराहों पर छा जाता है सन्नाटा
कड़ाके की ठंड से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. शीतलहर ने लोगों को और भी परेशान कर दिया है. शीतलहर के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. ठंड हवाओं के चलने से लोग ठिठुर रहे हैं. बृहस्पतिवार को दिन में ठंड हवा चलती रही. ठंड के कारण सबसे अधिक परेशानी दिहाड़ी मजदूरों को हुई है, जो मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं. ठंड के चलते सड़कों पर आवागमन अन्य दिनों की अपेक्षा काफी कम रहा. सुबह देर से बाजार खुले और शाम को अन्य दिनों की अपेक्षा जल्द बंद हो गयी. ठंड बढ़ने से इलेक्ट्रिक दुकानों में हीटर, वार्मर की बिक्री खूब हो रही है. ठंड की वजह से लोग जगह-जगह अलाव जला कर ठंड से राहत पाने का प्रयास कर रहे हैं. जबकि अंचलाधिकारी डॉ खगेन महतो ने भी हनवारा,आदि स्थानों पर अलाव की व्यवस्था की हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में गली -मोहल्लों व घरों पर लकड़ी व कोयला जलाकर लोग सर्दी से बचाव का प्रयास कर रहे हैं. बाजार में गर्म कपड़ों के अलावा ऊनी टोपियों और मफलर, इनर आदि की बिक्री ने जोर पकड़ लिया है. ठंड के कारण झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले गरीब परिवारों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. सरकार द्वारा इस बार कंबल का वितरण नहीं किया गया है. ऐसे में लोगों को काफी दिक्कत हो रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है