ठाकुरगंगटी प्रखंड क्षेत्र के चांदा पंचायत के अंतर्गत जंघिरा गांव में इन दिनों पेयजल की घनघोर समस्या उत्पन्न हो गयी है. गांव के लोग पीने के पानी को लेकर त्राहिमाम हो रहे हैं. यह गांव चांदा व समदा के बीच में बसा हुआ है, जो सड़क के दोनों किनारे लंबी दूरी तक अवस्थित है. बताया जाता है कि इस गांव में 150 घरों में दो हजार की आबादी रहती है, जो की मात्र एक जलमीनार पर आश्रित है. गांव में दूसरा जलमीनार तो है, परंतु वह विगत दो माह से खराब पड़ा हुआ है. इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है. गांव में फिलहाल इतनी बड़ी आबादी मात्र एक जलमीनार पर आश्रित है. इस पर की पानी लेने वालों की लंबी कतार लगी रहती है. कभी-कभी पानी लेने में भीड़ होने के कारण लोग आपस में उलझ जाते हैं. इसी गांव में राजद युवा अध्यक्ष त्रिभुवन यादव का भी घर है, जिन्होंने बताया कि पानी के लिए काफी हाहाकार मचा हुआ है. गांव के ग्रामीण पानी के लिए परेशान है. संबंधित विभाग के जेइ को सूचना देने के बावजूद भी सुधि नहीं ली जाती है, जिसके कारण गांव के हजारों हजार की आबादी पीने के पानी को लेकर हलकान है. गांव के ग्रामीण घनश्याम यादव, सुनील यादव, राहुल यादव, ललन यादव, अरविंद कुमार यादव, शिवशंकर यादव ने बताया कि इन दिनों पेयजल की घनघोर किल्लत है. बीच गांव में एक चापाकल है, वह भी खराब पड़ा हुआ है. एक गांव के बाहरी छोर पर है, जो आधे किलोमीटर की दूरी पर है. पानी की जद्दोजहद घर की महिलाओं को करनी पड़ती है. महिलाएं सुबह से लेकर शाम तक परेशान रहती है. ग्रामीणों ने बताया की खराब पड़े जलमीनार की मरम्मत करा दी जाये तो लोगों को मशक्कत नहीं करनी पड़ेगी. ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से समस्या के निदान की मांग की है, ताकि थोड़ी राहत मिल सके.
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