राजमहल कोल परियोजना के जीरो पॉइंट पहुंचकर लौहंडिया बाजार के सैकड़ों महिला-पुरुषों ने गांव में बिजली की मांग को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया. ग्रामीणों ने कहा कि लगातार चार दिनों से ग्रामीण अपनी मूलभूत सुविधाओं की मांग को लेकर शांतिपूर्वक लड़ाई लड़ रहे हैं. लेकिन प्रबंधन ग्रामीणों की मांग पर सकारात्मक पहल नहीं कर रही है. ग्रामीण अपने निजी सभी कार्य को छोड़कर आंदोलन कर रहे हैं. परियोजना प्रबंधन का ग्रामीणों के साथ सौतेला व्यवहार किये जाने के कारण ग्रामीण आंदोलन के लिए बाध्य हुए हैं. परियोजना के खनन क्षेत्र से ग्रामीण पूरी तरह से प्रभावित हैं. कोयला के धूलकण, हैवी ब्लास्टिंग से ग्रामीण बुरी तरह से प्रभावित हैं तथा गांव के बगल में कोयला का खनन कार्य होने से जमीन के पानी का स्तर भी बहुत नीचे चला गया है. परियोजना प्रबंधन को सरकार के नियम के अनुसार प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीणों को सारी मूलभूत सुविधा देना है. लेकिन प्रबंधन सभी नियमों को दरकिनार कर कोयला खनन का कार्य करती है. ग्रामीणों को आंदोलन से मोंटे कार्लो कंपनी व परियोजना के कोयला ढुलाई छह घंटे बाधित हो गयी. सुबह 12:00 से शाम 6:00 तक ग्रामीणों ने जमकर प्रदर्शन किया. ग्रामीणों ने बताया कि 19 जुलाई को महागामा अनुमंडल कार्यालय से त्रिपक्षीय वार्ता के लिए पत्र आया है. वार्ता के लिए ग्रामीण अनुमंडल कार्यालय पहुंचेंगे एवं अनुमंडल पदाधिकारी से अपनी सभी समस्या की जानकारी देंगे.
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