गोड्डा के लोहिया नगर स्थित एक होटल में दलित समन्वय समिति (गोड्डा) की ओर से ‘दलित एजेंडा’ के विषय पर पहले चरण का एकदिवसीय दलित सम्मेलन आयोजित किया गया. इसका नेतृत्व दलित समन्वय समिति के संयोजक टीम सुमित कुमार दास, रितेश कुमार दास, आलोक पासवान, अनंत मेहरा ने की. इस सम्मेलन में दलित समन्वय समिति के नेताओं ने संयुक्त रूप से संबोधित करते हुए कहा कि आज दलित समुदाय सांस्कृतिक व वास्तविक मूलभूत समस्या से जूझ रहा है. दलित समुदाय के साथ लगातार सिस्टम भेदभाव कर रही है. गोड्डा शहर में सभी संबंधित विभागों से एनओसी मिल जाने के बावजूद भी संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित जिला प्रशासन द्वारा नहीं लगने दिया जा रहा है. इस मामले को लेकर झारखंड सरकार के मंत्री हफिजुल हसन व महागठबंधन के नेता के पास कई बार रखा गया, लेकिन संज्ञान नहीं लिया गया. साथ ही बताया कि दलित समुदाय के बुद्धिजीवियों द्वारा लगातार गोड्डा शहर में अंबेडकर भवन की मांग की जा रही है. इस पर आज तक कोई संज्ञान नहीं लिया गया. झारखंड की महागठबंधन सरकार द्वारा अनुसूचित जाति समुदाय की 60 फीसदी छात्रवृति काट ली जाती है. चौकीदार, मनरेगा सहित अन्य बहाली में अनुसूचित जाति का आरक्षण शून्य कर दिया जाता है. इन विषयों पर भी चर्चा की गयी. इस दौरान कई मांगों को एजेंडे के तौर पर लिया गया, जिसमें शहर में दलित समुदाय के लिए अंबेडकर भवन का निर्माण करने, शहर में प्राप्त एनओसी के माध्यम से बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित करने, अनुसूचित जाति के छात्रों का काटा गया 60 प्रतिशत छात्रवृति को पुनः 100 प्रतिशत छात्रवृति का एकसाथ भुगतान करने आदि की मांग की गयी. कार्यक्रम में रंजीत कुमार, हरेराम अंबेडकर, तालिब अंसारी, रामकृष्ण दास, अयोध्या रविदास, मनोज मेहरा, नरोतम दास, मिथुन दास, नीरज दास, बिपिन दास, संजीत दास, रूपक मेहरा, अभिनंदन मेहरा, हरीश, शैलेश दास सहित आदि उपस्थित थे.
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