फरक्का एनटीपीसी एमजीआर रेलवे लाइन में साहिबगंज के बोरियो के पास दो बोगी बेपटरी हो जाने से कोयला ढुलाई बाधित हो गयी है. फरक्का एनटीपीसी राजमहल परियोजना से रेलवे लाइन के माध्यम से प्रत्येक दिन कोयला ले जाती है एवं एनटीपीसी कोयला से बिजली आपूर्ति करती है. परियोजना के प्रोजेक्ट ऑफिसर सतीश मुरारी ने बताया कि प्रत्येक दिन तीन रेक कोयला एनटीपीसी जाता हैं. एक रेक में 3200 टन कोयला भेजा जाता है. तीन रेक में 9600 टन कोयला एनटीपीसी नहीं भेजा जा सकता है. 3200 टन कोयला का कीमत 80 लाख रुपये होता है. 9600 टन कोयला नहीं जाने से 2 करोड़ 40 लाख रुपया का नुकसान हुआ है. हालांकि एनटीपीसी के पास कोयला स्टॉक है, इसलिए बिजली आपूर्ति में किसी भी तरह का कोई भी परेशानी नहीं है.
दुर्घटनाग्रस्त रेलवे लाइन के पास युद्ध स्तर पर हो रहा कार्य
दुर्घटनाग्रस्त रेलवे लाइन के पास युद्ध स्तर पर कार्य हो रहा है. जल्द ही सुचारू रूप से कोयला ढुलाई शुरू हो जाएगी. एनटीपीसी के इंजीनियर दुर्घटना स्थल पर पहुंच कर दुर्घटना की कारण ढूंढ रहे हैं. संथाल परगना औद्योगिक मजदूर संघ के नेता राम जी साह एवं सोनाराम मड़ेया ने बताया कि राजमहल परियोजना से मंगलवार को 2:00 बजे सुबह कोयला लेकर मालगाड़ी फरक्का एनटीपीसी जा रही थी. लगभग सुबह 3:00 बजे बोरियों के पास मालगाड़ी के दो डब्बा रेलवे ट्रैक से उतर गया, जिससे रेलवे पटरी बाधित हो गयी. एनटीपीसी प्रबंधन के द्वारा रेलवे ट्रैक को साफ करने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है