आवास एवं पानी के अभाव से चित्रकोठी के ग्रामीण परेशान
टूट-फूटे घर में रहने को मजबूर हैं ग्रामीण
बोआरीजोर प्रखंड के केंदुआ पंचायत के चित्रकोठी गांव के ग्रामीणों को मूलभूत सुविधा का भारी अभाव है. ग्रामीणों को शुद्ध पीने का पानी नहीं मिल रहा है. सरकार की महत्वपूर्ण योजना आवास का लाभ भी नहीं मिल रहा है. ग्रामीण टूट-फूटे घर में रहने को मजबूर है. वहीं भारत सरकार एवं झारखंड सरकार द्वारा गरीब ग्रामीणों को आवास देने के लिए आवास प्लस, अबुआ आवास, जनमन योजना, अंबेडकर आवास चलाया जा रहा है. लेकिन ग्रामीणों को आवास का लाभ नहीं मिल रहा है. ग्रामीण तालाबेटी हांसदा, देवेंद्र मुर्मू, जीतराम सोरेन, रमेश हांसदा, फुलमूनी देवी आदि ने बताया कि इस गांव में लगभग 400 की आबादी निवास करती है. गांव में सरकार द्वारा कुआं बनाया गया है, लेकिन काफी गंदा है. ग्रामीण दूषित पानी पीने को मजबूर हैं. ग्रामीणों ने प्रखंड प्रशासन से गुहार लगाते हुए कहा कि गांव में मूलभूत सुविधा उपलब्ध करायी जाये, ताकि समस्याओं से निजात मिल सके.
क्या कहते है ग्रामीण
पानी की समस्या रहने से महिलाओं को काफी परेशानी होती है. सुबह से ही पानी के जुगाड़ में लगना पड़ता है. प्रखंड प्रशासन को गांव में मूलभूत सुविधा उपलब्ध करनी चाहिए.
-ताला बेटी हांसदा
गांव की सड़क अत्यधिक खराब है. गांव के ग्रामीण जर्जर सड़क पर आवागमन के लिए मजबूर हैं. सरकारी आवास योजना का लाभ नहीं मिलने पर टूटे-फूटे घर में रहने को विवश हैं.
– देवेंद्र मुर्मू
सरकार द्वारा योजना चलाने की बात कही जाती है. लेकिन धरातल पर बिचौलिया हावी है. इससे ग्रामीणों को योजना का लाभ नहीं मिल रहा है. लोग सरकारी योजनाओं की आस में हैं.
– फुल मनी देवी
क्या कहते है बीडीओ
ग्रामीणों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराना प्रशासन का कर्तव्य है. गांव का निरीक्षण करके ग्रामीण को मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराया जायेगा.
– मिथिलेश कुमार सिंह, बीडीओ बोआरीजोरB
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है