सुगबथान डैम को लेकर तिलका मांझी मैदान गौरीपुर में 11 मौजा के 28 गांव के ग्रामीणों की एक बैठक आयोजित की गयी. बैठक की अध्यक्षता डैम विरोधी मोर्चा के अध्यक्ष देवलाल सोरेन एवं बैठक का संचालन रमेश हांसदा ने किया. बैठक में मुख्य वक्ता के तौर पर झारखंड मुक्ति मोर्चा जिला उपाध्यक्ष सह केंद्रीय समिति सदस्य घनश्याम यादव उपस्थित थे. झामुमो केंद्रीय समिति के सदस्य पुष्पेंद्र टुडू, राजेंद्र दास पोड़ैयाहट प्रखंड अध्यक्ष अवध किशोर हांसदा, पोड़ैयाहट 20 सूत्री सदस्य श्याम हेंब्रम, प्रखंड अध्यक्ष बालमुकुंद महतो कार्यक्रम में उपस्थित रहे. बैठक में 11 मौजा के लोगों को बुलाया गया था. मालूम हो कि झारखंड उच्च न्यायालय में डैम बनने के पक्ष में एक याचिका दायर की गयी है. उक्त याचिका का निष्पादन 5 सितंबर को होना है. इसके लिए डैम नहीं बनने देने को लेकर सभी जनता को एकजुट एवं सहयोग कर केस में पैरवी कर रहे हैं, ताकि यहां पर डैम ना बन सके. अगर सुगाबथान डैम बन जाता है, तो यहां पर 28 गांवों के लोग विस्थापित हो जाएंगे. बैठक को संबोधित करते हुए घनश्याम यादव द्वारा यह कहा गया है कि डैम किसी भी कीमत पर बनने नहीं दिया जाएगा. चाहे इसके लिए जो भी कुर्बानियां देनी पड़े. विस्थापित होने का दंश क्या होता है. इसको बगल में ललमटिया और मसानजोर डैम के बगल के लोगों को देखा जा सकता है. बताया कि जब बड़ी परियोजनाओं को पूरा कर लिया जाता है, तो उसके बाद किसी को पूछा नहीं जाता है. कहा कि झामुमो के लोग प्रभावित रैयतों के साथ हैं.
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