पूरे साल हत्या, सामूहिक बालात्कार व गोलीकांड के मामले में परेशान रही गोड्डा पुलिस
वर्षांत. गोड्डा पुलिस ने दो चुनाव लोस व विस को शांतिपूर्ण तरीके से कराया पूरा, कुल 60 हत्या के मामले किये गये दर्ज
साल 2024 गोड्डा पुलिस के लिए चुनौती भरा साल रहा. पूूरे साल गोड्डा के विभिन्न थाना क्षेत्र में हत्या, बालात्कार, गोलीकांड आदि के मामले हुए. हालांकि अधिकांश मामले का पुलिस ने सफलतापूर्वक उद्भेन भी कर लिया. कुछ मामले अब तक अनसुलझे रह गये, जिसका अब तक उद्भेदन पुलिस द्वारा नहीं किया जा सका. वहीं इसी साल पुलिस ने दो चुनाव लोस व विस चुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराया गया. साल के शुरूआत में ही जनवरी माह में पोड़ैयाहाट के चतरा उमवि में त्रिकोणीय प्रेम-प्रसंग में गोलीकांड की एक घटना में तीन-तीन सरकारी शिक्षकों की मौत हो गयी. मरने वाले शिक्षक में एक उत्तर प्रदेश का भी रहने वाला था. यह घटना जनवरी में हुई. स्कूल अवधि में पोड़ैयाहाट के चतरा स्कूल में पदस्थापित सरकारी शिक्षक रविरंजन ने दो पिस्टल से स्कूल में पदस्थापित दो शिक्षको की हत्या कर दी. मरने वाली एक महिला शिक्षिका सुजाता थी. वहीं दूसरा शिक्षक उत्तर प्रदेश का रहने वाला आदर्श सिंह था. हालांकि इसके तुरंत बाद उसी हाल में रविरंजन ने भी एक पिस्टल से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली. दोनों की मौत स्कूल प्रांगण में ही हो गयी. रविरंजन ने इलाज के क्रम में दम तोड़ दिया था. यह मामला साल के शुरूआती माह में पोड़ैयाहाट के साथ-साथ पूरे जिले में चर्चा में रहा. पोड़ैयाहाट में तो लोग काफी दिनों तक इस पूरे मामले से उबर नहीं पाये. शिक्षा विभाग भी इसके कारण काफी चर्चा में रहा.
नाबालिग की मौत मामले का पुलिस ने किया था उद्भेदन
इसके अलावा इसके तुरंत बाद पोड़ैयाहाट में फरवरी माह में दूसरे घटनाकांड में नाबालिग को मौत की नींद सुला दी. नाबालिग की लाश नदी के किनारे से बहियार के पास से बरामद किया गया. इस मामले में पुलिस को खोजी कुत्ता तक लाना पड़ा था. बाद में मामले का उद्भेदन पुलिस ने कर लिया. इसमें बताया गया था कि नाबालिग सब्जी बेचकर लौट रही थी, तभी युवक ने लड़की के साथ दुष्कर्म करने का प्रयास किया था. विरोध करने पर गला दबाकर हत्या कर दी गयी. पुलिस ने इसका खुलासा कर लिया था. वहीं इसी साल मार्च महीने में बसंतराय के गोरगामा में एक नाबालिग की हत्या कर खलिहान में शव को फेंक दिया गया था. यह मामला दुष्कर्म के प्रयास का ही था. मौसेरे भाई ने ही हत्याकांड को अंजाम दिया था. नशे की हालत में घटना घटी थी. पुलिस ने भी पूरे मामले का उद्भेदन कर लिया था. पुलिस ने कुल तीन हत्यारोपियों को गिरफ्तार किया था. इसमें मौसेरा भाई भी शामिल था.शैलेंद्र भगत हत्याकांड व सुंदरपहाड़ी गोलीकांड की घटना रहा सुर्खियों में
इसके तुरंत बाद माह चार अप्रैल में गोलीकांड की बड़ी घटना घटी, जिसमें पोड़ैयाहाट के चर्चित शैलेंद्र भगत को सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी गयी. घटना काफी चर्चित रहा था. कारण कि लोस चुनाव को लेकर पूरे जिले में आचार संहिता था. मामला पर खूब राजनीतिक भी हुई. राजनीतिक बयानबाजी भी हुई. खैर पुलिस ने इस मामले में तत्परता दिखाते हुए अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. मामला आपसी रंजिश से जुड़ा था, जिसको डेविल्स ग्रुप के गुर्गों ने अंजाम दिया था. यह मामला अभी शांत नहीं हुआ था कि गोड्डा पुलिस एक मामले में घिर गयी. इस बार पुलिस को ही पूरे मामले में कठघरे में खड़ा होना पडा. अप्रैल महीने में सुंदरपहाड़ी में लेवी वसूलने वाले आरोपी बेनाडिक हेंब्रम को पकड़ने गयी पुलिस की गोली से एक पहाड़िया की मौत हो गयी थी. मृतक का नाम हरिनारायण पहाड़िया था. यह घटना डांगापाडा में घटी थी. पूरा मामला काफी सेंसेटिव रहा. पुलिस ने इस मामले में तत्कालीन जमादार राजनाथ यादव को गैर इरादतन हत्या के मामले में जेल भेज दिया. वहीं थानेदार पर कार्रवाई की गयी. खैर पूरे मामले को पुलिस ने काफी संजीदगी से निबटाया. लेकिन इस मामले में एक निर्दोष की मौत पुलिस की गोली से हो गयी, जो पुलिस के लिए काफी दिनों तक परेशानी का विषय बना रहा. पूरे मामले में पुलिस की फजीहत हुई.
गायछांद में जले व्यक्ति के शव बरामदगी का नहीं हो सका खुलासा
वहीं अप्रैल माह में ही मुफस्सिल थाना क्षेत्र के गायछांद में एक जले हुए व्यक्ति का शव पाया गया था. हत्या कर गर्दन काट दिया गया था. साथ ही जला भी दिया गया था. इस मामले में पुलिस को कुछ भी हाथ नहीं लग सका. साथ ही इसी माह महगामा में भी जयनारायण उच्च विद्यालय के समीप सनोखर के संदीप कुमार दास की हत्या कर शव को फेंक दिया गया था, जिसका खुलासा महागामा पुलिस अब तक नहीं कर सकी. इस पूरे मामले में पुलिस के हाथ खाली रहे. इसके अलावा इसी साल 14 जून को मोतिया ओपी के परासी गांव में रामविलास मांझी की हत्या कर शव को एक बोरिंगनुमा गड्ढ़े में गाड़ दिया गया था. यह मामला जमीन विवाद से संबंधित था. इस मामले में पुलिस ने हत्यारोपी को पकड़ कर जेल भेज दिया था. एक की गिरफ्तारी 10 दिन पहले की गयी है.
अपहरण. बाइक चोरी और दुष्कर्म मामले का हुआ पटाक्षेप
इसके बाद भी गोड्डा में छिटपुट घटनाएं हुई, जिसमें लेवी वसूलने के लिए गोड्डा कस्बा के एक युवक का अपहरण किया गया था, जिसमें आरोपियों को मोतिया ओपी क्षेत्र से बरामद किया. नगर थाना की पुलिस ने इसी दौरान कुल सात चोरी की बाइक बरामद की थी और आरोपियों को जेल भेजा. जुलाई माह में शहर के सरकंडा मुहल्ले में स्कूली छात्रा की तीन लड़कों द्वारा सामूहिक दुष्कर्म किया था. मामला प्रकाश में आने के बाद नगर थाना की पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और जेल भेज दिया. अक्टूबर माह में मेहरमा थाना क्षेत्र में प्रेमिका ने प्रेमी संग मिलकर अपनी सास को ही ठिकाने लगा दिया. पहले हत्या की और बाद में शव को शौचालय की टंकी में छिपा दिया. घटनाकांड का खुलासा तब हुआ, जब पोते ने पूरे मामले को पुलिस के सामने बयां कर दिया. पुलिस ने तत्परता दिखाकर कांड का उद्भेदन किया और आरोपियों को जेल भेज दिया. इसी माह विस चुनाव के नामांकन की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गयी थी.
नवंबर में जॉन किस्कू की हुई थी सरेआम हत्या
नवंबर माह में ललमटिया के जॉन किस्कू की सरेआम तीन-तीन गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. यह घटना महागामा अनुमंडल के लिए काफी चैलेंजिंग रहा. एसपी अनिमेष नथानी के लिए भी जिले में गोलीकांड का यह पहला मामला था. कांड का उद्भेदन देर-सबेर पुलिस ने कर लिया. पुलिस ने पूरे मामले में बताया कि संपति का विवाद था. भतीजे ने ही पूरे हत्याकांड को अंजाम दिया था. आरोपियों के पास से पांच-पांच पिस्टल, गोली व बम बनाने का समान बरामद किया था. यह पुलिस के लिए उपलब्धि थी. साल के अंत में ही हनवारा में एक गैंगरेप और दूसरा दुष्कर्म की घटना घटी. कार्तिक मेला देखने गयी नाबालिग का गैंगरेप किया गया था. दुष्कर्म की घटना साल के अंत में घटी. इसमें भी आरोपी को पकड़ कर जेल भेज दिया गया.साइबर अपराधियों की धड़-पकड़ में भी पुलिस को मिली सफलता
साइबर अपराधियों की पकड़-धकड में भी पुलिस को सफलता मिली. साइबर अपराधी को देवदांड थाना क्षेत्र के परगोडीह आदि जगहों से पकड़ा गया. पकड़े गये साइबर अपराधियों की निशानदेही पर अन्य स्थानों के भी साइबर अपराधी धरे गये. इसके अलावा पुलिस सालों भर बाइक चोरी व साइबर गतिविधियों को लेकर परेशान रही. लोकसभा व विधानसभा चुनावों के दौरान पुलिस ने मादक पदार्थों को भी भारी मात्रा में पकड़ा. गजेंडियों, नशे के कारोबारियों पर पुलिस ने शिकंजा कसने का काम किया. साथ ही पुलिस ने इसी साल लोंगो की अपेक्षाओं पर खरा उतरने के लिए जन समाधान कार्यक्रम का भी आयोजन किया. साल के सितंबर माह व दिसंबर माह में जन समाधान कार्यक्रम का आयोजन पुलिस ने किया और लोगों से रूबरू होना चाहा. लेकिन इसके बाद भी संपति विवाद के कई मामलों में पुलिस से लोगो कों न्याय नहीं मिल पाया. इस पर पुलिस को पहल करने की आवश्यकता है. हालांकि साल 2023 की तुलना में जिले में क्राइम की गतिविधियां कुछ कम रही. कुल 60 हत्याकांड के मामले 2024 के डायरी में अंकित किया गया है. वहीं चोरी के 108 तथा गृहभेदन के कुल 41 मामले अलग-अलग थानाें में पुलिस ने दर्ज किया है. नक्सल गतिविधियां जिले में नहीं रही. जिलेभर में दुष्कर्म के कुल 35 मामले दर्ज किये गये, जबकि सामूहिक दुष्कर्म के तकरीबन आधे दर्जन मामले में पुलिस को सफलता हाथ लगी है.
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