झारखंड : गुमला में डायन बिसाही के शक में सालो देवी की हत्या के 10 आरोपी गिरफ्तार, टांगी और लाठी बरामद
डायन बिसाही के शक में गुमला के चडरीटोली निवासी सालो देवी की हत्या मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी निरंजन उरांव उर्फ रंजन सहित 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त दो टांगी व एक लाठी भी बरामद की गयी है.
गुमला, दुर्जय पासवान : गुमला जिला अंतर्गत सिसई थाना के नगर चडरीटोली गांव निवासी सालो देवी की डायन बिसाही के शक में हत्या करने वाले 10 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर सोमवार को जेल भेज दिया. आरोपियों की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त दो टांगी व एक लाठी भी बरामद की गयी है. एसडीपीओ मनीष चंद्र लाल ने जानकारी देते हुए बताया कि सालो देवी हत्याकांड के मुख्य आरोपी निरंजन उरांव उर्फ रंजन सहित सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
इन आरोपियों की हुई गिरफ्तारी
जिसमें नगर चडरीटोली निवासी हत्या के मुख्य आरोपी निरंजन उरांव उर्फ रंजन (24 वर्ष), मनोज उरांव (25 वर्ष), जीशु उरांव (19 वर्ष), अघनु उरांव (25 वर्ष), भैरो उरांव (28 वर्ष), शनि उरांव (26 वर्ष), बुधु उरांव (25 वर्ष), संदीप उरांव (19 वर्ष), सुकरो देवी (52 वर्ष) और लालमुनी देवी (20 वर्ष) है.
घर में बीमारी होने को आधार मानकर सालो देवी की हत्या की
इस संबंध में एसडीपीओ ने बताया कि पूछताछ में सभी आरोपियों ने अपना अपराध स्वीकार करते हुए बताया कि सभी आरोपियों के घर में कोई न कोई बीमार होते रहता था. बीमारी का कारण सभी सालो देवी को मानते थे. रंजन की बेटी के बीमार होने पर सभी रंजन के घर में बैठक कर हत्या की योजना बनायी और शराब पीकर सालो के घर में हमला कर उसकी लाठी, डंडा और कुल्हाड़ी से पीट-पीट कर हत्या कर दी. बीच बचाव करने पहुंचे सालो के पति अह्लाद लोहरा, सबिता देवी एवं लक्ष्मी को भी बुरी तरह से पीटा गया था.
एसडीपीओ की ग्रामीणों से अपील
एसडीपीओ ने लोगों से डायन बिसाही जैसे अंधविश्वास एवं नशेपन से दूर रहने की अपील की है. बीमार होने पर ओझा-गुणी के पास न जाकर डॉक्टर के पास जाने का सलाह दिया है. उन्होंने अंधविश्वास के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाकर ग्रामीणों को जागरूक करने की बातें कही.
मुखिया से नाराज हैं ग्रामीण
नगर पंचायत के मुखिया सह प्रखंड बीस सूत्री अध्यक्ष रवि उरांव के घर से महज एक किलोमीटर दूरी पर घटना घटी है. लेकिन, घटना के दो दिन के बाद भी मुखिया चडरीटोली गांव नहीं पहुंचा. न ही पीड़ित परिवार से मिलकर हालचाल जाना. जिससे चडरीटोली गांव के ग्रामीण मुखिया के कार्यप्रणाली से नाराज हैं. परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि हमलोग लोहरा जाति के हैं. जबकि सभी आरोपी उरांव जाति के हैं. इसलिए रवि उरांव द्वारा हमारा कोई सुध नहीं लिया गया है. मौके पर थानेदार आदित्य कुमार चौधरी, राहुल कुमार झा, भवेश कुमार, मिनकेतन कुमार, दिवाकर मिश्रा सहित पुलिस जवान मौजूद थे.