उग्रवादी हिंसा में पति गंवाने वाली अनिता को मिली नौकरी
जिला बल में आरक्षी के पद पर नौकरी मिली गुमला : उग्रवादी हिंसा में पति को गंवाने के बाद अनुकंपा पर नौकरी की मांग को लेकर सरकारी कार्यालयों का चक्कर काट रही अनिता देवी की मेहनत रंग लायी. अनिता को जिला बल में आरक्षी के पद पर नौकरी मिली है. अनिता पालकोट थाना क्षेत्र के […]
जिला बल में आरक्षी के पद पर नौकरी मिली
गुमला : उग्रवादी हिंसा में पति को गंवाने के बाद अनुकंपा पर नौकरी की मांग को लेकर सरकारी कार्यालयों का चक्कर काट रही अनिता देवी की मेहनत रंग लायी. अनिता को जिला बल में आरक्षी के पद पर नौकरी मिली है. अनिता पालकोट थाना क्षेत्र के कुलबीर गांव की रहने वाली है.
छह जुलाई 2014 में पीएलएफआइ उग्रवादी संगठन ने अनिता के पति जगरनाथ उरांव की हत्या कर दी थी. पति की मौत के बाद अनिता ने नौकरी की मांग को लेकर जिला स्तर पर आवेदन दिया, लेकिन किसी प्रकार की सुनवाई नहीं हुई. जिला स्तर पर सुनवाई नहीं होने के बाद अनिता ने मुख्यमंत्री जनसंवाद का सहारा लेते हुए मुख्यमंत्री रघुवर दास से अनुकंपा पर नौकरी की मांग की. जहां अनिता की मांग पर सुनवाई हुई और उसे गुमला पुलिस के जिला बल में आरक्षी के पद पर नौकरी मिली. इस संबंध में मुख्यमंत्री सचिवालय के सचिव ने मंगलवार को मुख्यमंत्री जनसंवाद के तहत आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में जानकारी ली.
इस पर मुख्यमंत्री जनसंवाद के नोडल पदाधिकारी सह जिला परिवहन पदाधिकारी विजय वर्मा ने बताया कि अनिता को उसकी शैक्षणिक योग्यता मैट्रिक के आधार पर जिला बल में आरक्षी पद पर नौकरी दी गयी है. वीडियो कॉन्फ्रेंस में जिले से डीएसपी इंद्रमणि चौधरी, डीएसइ गनौरी मिस्त्री, एसडीओ कृष्ण कन्हैया राजहंस व इ-डिस्टिक मैनेजर अमर हुडमरे सहित विभिन्न विभागों के पदाधिकारी शामिल थे.