जानिए आखिर क्‍यों इस गरीब छात्रा को स्कूल में बैठने से रोका गया

बीइइओ ने दी स्कूल आने की अनुमति भरनो : राज्य सरकार बेटियों की शिक्षा पर करोड़ों रुपये खर्च कर रही है, वहीं भरनो की एक आदिवासी गरीब छात्रा को स्कूल में पढ़ने नहीं दिया जा रहा है. मामला प्रखंड मुख्यालय स्थित प्रोजेक्ट गर्ल्स हाई स्कूल भरनो का है. इस विद्यालय में कक्षा 10वीं की छात्रा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 15, 2017 11:43 AM
बीइइओ ने दी स्कूल आने की अनुमति
भरनो : राज्य सरकार बेटियों की शिक्षा पर करोड़ों रुपये खर्च कर रही है, वहीं भरनो की एक आदिवासी गरीब छात्रा को स्कूल में पढ़ने नहीं दिया जा रहा है. मामला प्रखंड मुख्यालय स्थित प्रोजेक्ट गर्ल्स हाई स्कूल भरनो का है. इस विद्यालय में कक्षा 10वीं की छात्रा मोनिका कुमारी कुम्हरो गांव की रहने वाली है. मोनिका पैर दर्द के के कारण चल नहीं पा रही थी, जिस कारण वह विद्यालय नियमित रूप से नहीं आ पा रही थी. मोनिका का इलाज रिम्स, रांची में चल रहा था.
इधर, मोनिका इलाज के बाद चलने-फिरने लगी और स्कूल गयी, तो उसे एचएम चंद्रमणि तिर्की ने स्कूल से भगा दिया. एचएम ने कहा कि गुमला डीइओ से अनुमति लेकर आओ, तब स्कूल में पढ़ने देंगे. मोनिका ने बताया कि उसने मैट्रिक का पंजीयन करने के लिए काफी मिन्नत की थी, परंतु एचएम व शिक्षक ने उसका पंजीयन नहीं किया.
मोनिका को विद्यालय से आज तक न तो साइकिल मिली है और न ही पोशाक मिली है. मोनिका ने स्कूल जाने के लिए स्वयं पोशाक खरीदा था. मोनिका के पिता की मृत्यु के बाद मां बधनी देवी दो बेटियों को मजदूरी कर पढ़ा रही है. मोनिका की बड़ी बहन भी कॉलेज में पढ़ रही है.
मोनिका अपनी पढ़ाई पूरी करना चाहती है. उसकी मां भी दोनों बेटियों की पढ़ाई पूरी हाेने के बाद ही दोनों की शादी करना चाहती है. शुक्रवार को मोनिका स्कूल गयी थी, परंतु एचएम ने स्कूल में बैठने नहीं दिया. मोनिका बीइइओ गंगा प्रसाद सिन्हा के पास जाकर आवेदन सौंप कर नियमित उपस्थिति की अनुमति मांगी. बीइइओ ने अनुमति देते हुए एचएम को आवेदन प्रेषित किया है. बीइइओ ने कहा कि मोनिका का मैट्रिक पंजीयन भी भरा जायेगा. कोई भी व्यक्ति छात्र-छात्रा की पढ़ाई पर रोक नहीं लगा सकता है. इस संबंध में एचएम चंद्रमणि तिर्की को मोबाइल पर संपर्क किया गया, तो उन्होंने अपना फोन नहीं उठाया.

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