उग्रवाद से मुक्त होना है, तो सड़क पुल-पुलिया है जरूरी : कमिश्नर
गुमला: दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल के कमिश्नर दिनेशचंद्र मिश्र ने कहा कि उग्रवाद से पूरी तरह मुक्त होना है, तो सड़क व पुल-पुलिया जरूरी है. सड़क व पुल पुलिया रहेंगे, तो प्रशासन का आना-जाना गांवों तक होगा. इससे गांव की जो कमी है, उसे प्रशासन आसानी से दूर कर सकता है. इससे गांव व गांव में […]
गुमला: दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल के कमिश्नर दिनेशचंद्र मिश्र ने कहा कि उग्रवाद से पूरी तरह मुक्त होना है, तो सड़क व पुल-पुलिया जरूरी है. सड़क व पुल पुलिया रहेंगे, तो प्रशासन का आना-जाना गांवों तक होगा. इससे गांव की जो कमी है, उसे प्रशासन आसानी से दूर कर सकता है. इससे गांव व गांव में रहनेवालों का विकास होगा.
श्री मिश्र गुरुवार को गुमला दौरा के क्रम में डीसी श्रवण साय से बात कर रहे थे. श्री मिश्र गुमला पहुंचने पर सबसे पहले सर्किट हाउस में अधिकारियों से संक्षिप्त बात की. इसके बाद कोर्ट में मामलों का निष्पादन किया. कोर्ट के बाद डीसी के चेंबर में करीब एक घंटा तक बैठे और गुमला जिले के विकास की गति की जानकारी ली. कमिश्नर ने कहा कि गुमला जिले का विकास हो रहा है. पहले की तुलना में अभी सड़कें तेजी से बन रही है.
बिशुनपुर प्रखंड के जोरी नदी में पुल बनने का मतलब है कि डीसी श्रवण साय के नेतृत्व में विकास के काम हो रहे हैं. बनालात क्षेत्र में और दो पुल की जरूरत है, ताकि गुमला जिला सरयू से जुड़ सके. उन्होंने गांवों में मोबाइल टावर व नेटवर्किंग पर जोर दिया. श्री मिश्र ने कहा कि गांव-गांव में नेटवर्किंग की सुविधा हो, तो गांव को शहर से जोड़ने में आसानी होगी. राज्य सरकार काम कर रही है. हाल में ही सीएम के साथ रांची में बैठक हुई थी, जिसमें सीएम ने कहा था कि गांवों का विकास पर फोकस करें. श्री मिश्र ने गुमला डीसी से आंजनधाम व टांगीनाथ धाम के विकास पर बात की. इसपर डीसी ने कहा कि दोनों जगह 45-45 लाख रुपये से विकास के काम हो रहे हैं. डीसी ने कमिश्नर को चैनपुर से जारी तक खराब सड़क की जानकारी दी और लोगों के लिए इसे महत्वपूर्ण सड़क बताया. कमिश्नर ने स्टाफ की कमी के बारे में पूछा, तो डीसी ने कहा कि अभी भी कुछ ब्लॉक व अंचल में बीडीओ व सीओ की कमी है.
दो केस का निष्पादन करना प्राथमिकता
कमिश्नर ने कहा कि मेरा प्रयास रहेगा कि हर महीने एक बार जरूर गुमला आये, ताकि कम से कम दो केस का निष्पादन कर सकूं. अगर दो केस का निष्पादन होता है, तो मैं समझूंगा कि दो लोगों को इधर-उधर भटकने व परेशान होने से निजात दिला दिया. उन्होंने प्रमंडल के सभी एलआरडीसी को पत्र लिख कर 15 दिन के अंदर रेकड़ प्रस्तुत करने के लिए कहा है.