धर्मांतरण बिल नहीं सरना कोड चाहिए : थियोदोर

धर्मांतरण बिल नहीं सरना कोड चाहिए : थियोदोर सिमडेगा़ आदिवासी सेंगेल अभियान के प्रदेश संयोजक सह पूर्व विधायक थियोदोर किड़ो ने कहा है कि आदिवासियों को धर्मांतरण बिल नहीं बल्कि सरना कोड चाहिए. उन्होंने कहा कि संविधान के तहत देश के सभी नागरिक को मौलिक अधिकार प्राप्त है. धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार को कोई छीन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 6, 2017 12:00 AM

धर्मांतरण बिल नहीं सरना कोड चाहिए : थियोदोर सिमडेगा़ आदिवासी सेंगेल अभियान के प्रदेश संयोजक सह पूर्व विधायक थियोदोर किड़ो ने कहा है कि आदिवासियों को धर्मांतरण बिल नहीं बल्कि सरना कोड चाहिए. उन्होंने कहा कि संविधान के तहत देश के सभी नागरिक को मौलिक अधिकार प्राप्त है. धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार को कोई छीन नहीं सकता. अनुच्छेद के प्रावधानों के तहत देश के हर नागरिक को अपनी आस्था एवं अंतरात्मा के अनुसार किसी भी धर्म को निर्बाध रूप से मानने,आचरण करने तथा अपने धर्म का प्रचार-प्रसार करने की स्वतंत्रता है. उन्होंने कहा है कि झारखंड के आदिवासियों के संदर्भ में यह बिल विश्व आदिवासी घोषणा पत्र 2007 का उल्लंघन माना जायेगा. उक्त घोषणा पत्र के अनुच्छेद 12 के प्रावधान के अनुसार आदिवासियों को अपनी धार्मिक परंपराओं, रीति-रिवाजों एवं अनुष्ठानों को प्रदर्शित एवं विकसित करने का अधिकार है. उन्हाेंने यह भी कहा कि सरकार को अविलंब सरना धर्म को मान्यता देने की दिशा में पहल करनी चाहिए ताकि आदिवासियों के आध्यात्मिक एवं धार्मिक स्वतंत्रता सुरक्षित रह सके.

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