शहीदों के लहू की देन है कलीसिया : बिशप विनय
गुमला : करौंदाबेड़ा पल्ली के तीन शहीदों (फादर लोरेंतुस इंदवार, फादर जोसेफ डुंगडुंग व ब्रदर अमर अनूप इंदवार) की 23वीं पुण्यतिथि शनिवार को करौंदाबेड़ा पल्ली में मनायी गयी. इस अवसर पर पल्ली परिसर में समारोही ख्रीस्तीयाग किया गया. मुख्य अधिष्ठाता खूंटी धर्मप्रांत के बिशप विनय कंडुलना की अगुवाई में सह अधिष्ठाता गुमला धर्मप्रांत के बिशप […]
गुमला : करौंदाबेड़ा पल्ली के तीन शहीदों (फादर लोरेंतुस इंदवार, फादर जोसेफ डुंगडुंग व ब्रदर अमर अनूप इंदवार) की 23वीं पुण्यतिथि शनिवार को करौंदाबेड़ा पल्ली में मनायी गयी. इस अवसर पर पल्ली परिसर में समारोही ख्रीस्तीयाग किया गया. मुख्य अधिष्ठाता खूंटी धर्मप्रांत के बिशप विनय कंडुलना की अगुवाई में सह अधिष्ठाता गुमला धर्मप्रांत के बिशप पौल लकड़ा, सिमडेगा धर्मप्रांत के बिशप भिंसेंट बरवा, हजारीबाग धर्मप्रांत के बिशप आनंद जोजफ सहित अन्य पुरोहितों ने समारोही ख्रीस्तीयाग कराया. मौके पर खूंटी धर्मप्रांत के बिशप विनय कंडुलना ने कहा कि कलीसिया शहीदों के लहू की देन है.
करौंदाबेड़ा पल्ली के तीन शहीद फादर लोरेंतुस इंदवार, फादर जोसेफ डुंगडुंग व ब्रदर अमर अनूप इंदवार ने अपने लहू का इस धरती पर बीजारोपण कर कलीसिया की नींव रखी है. जो ईश्वर में आस्था रखते हैं, भक्ति रखते हैं. वे ही कलीसिया को अपना जीवन समर्पित करते हैं. बिशप ने फादर लोरेंतुस इंदवार, फादर जोसेफ डुंगडुंग व ब्रदर अमर अनूप इंदवार को याद करते हुए कहा कि उनकी शहादत लाल शहादत है. लाल शहादत में आपके विरोधी आपकी हत्या कर देते हैं और सफेद शहादत में आपके विरोधी आपकी बुराई करते हैं. सफेद शहादत से बचने के लिए धार्मिकता धारण करने की जरूरत है. जब ईश्वर पर हमारी आस्था रहेगी, तो ईश्वर हमें सभी बुराइयों से दूर कर अपने शरण में रखेगा.
प्रवेश नृत्य के बीच बिशप व पुरोहित बेदी स्थल तक गये
समारोही ख्रीस्तीयाग से पूर्व युवतियों ने प्रवेश नृत्य के साथ सभी बिशपों और पुरोहितों को बेदी स्थल तक पहुंचाया. जहां स्थानीय माताओं ने सभी बिशप और पुरोहितों का हाथ धोया. समारोह ख्रीस्तीयाग के बाद ख्रीस्त विश्वासियों ने परमप्रसाद ग्रहण किया. वहीं कई पल्लियों की बच्चियों ने सामूहिक नृत्य प्रस्तुत किया. इससे पहले बिशप, पुरोहित, धर्मबहनें और शहीदों के परिजन सहित ख्रीस्त विश्वासियों ने तीनों शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित किया.
मेले में उमड़ी 25 हजार से भी अधिक लोगों की भीड़
करौंदाबेड़ा पल्ली के तीन शहीदों की याद में करौंदाबेड़ा में मेला लगा. मेले में 25 हजार से अधिक लोगों की भीड़ उमड़ी. कई दुकानदार दो दिन पहले से ही अपनी-अपनी दुकानें सजा कर बैठ चुके थे. वहीं शनिवार को जब मेला लगा, तो मेले की रौनक बढ़ गयी.