गुमला : अस्पताल की लापरवाही, खून की कमी के कारण एक और मरीज की मौत
।। दुर्जय पासवान ।। गुमला : गुमला सदर अस्पताल की लापरवाही से बुधवार को खरका गांव निवासी बसिया उरांव (50 वर्ष) की मौत हो गयी. बसिया बीमार था और खून की कमी थी. मरीज के परिजन खून के लिए भटकते रहे. लेकिन अस्पताल से खून नहीं मिला. जिससे समय पर मरीज को खून चढ़ाया नहीं […]
।। दुर्जय पासवान ।।
गुमला : गुमला सदर अस्पताल की लापरवाही से बुधवार को खरका गांव निवासी बसिया उरांव (50 वर्ष) की मौत हो गयी. बसिया बीमार था और खून की कमी थी. मरीज के परिजन खून के लिए भटकते रहे. लेकिन अस्पताल से खून नहीं मिला. जिससे समय पर मरीज को खून चढ़ाया नहीं जा सका. इस कारण मरीज की मौत हो गयी.
ब्लड बैंक के कर्मियों ने मरीज के बड़े भाई गणेश उरांव को कहा कि पहले खून दें, तब अस्पताल से खून मिलेगा. अंत में मरीज के भतीजा बहुरा उरांव ने डेढ़ बजे अस्पताल आकर खून दिया. लेकिन अस्पताल के स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा मरीज को खून नहीं चढ़ाया गया. परिजन एक घंटा 40 मिनट तक खून चढ़ाने के लिए भटकते रहे. कर्मियों द्वारा समय पर मरीज को खून नहीं चढ़ाया गया. जिससे 5.10 बजे मरीज की मौत हो गयी.
* जैसा परिजनों ने बताया
मृतक की पत्नी लीली देवी, बड़ा भाई गणेश उरांव व चचेरा भाई करमा उरांव ने बताया कि बसिया के बीमार होने पर सोमवार को उसे अस्पताल में लाकर भरती कराया. डॉक्टर एन सुरीन ने जांच किया. इसके बाद मंगलवार को कहा गया कि बसिया के शरीर में खून की कमी है. उसे चढ़ाना होगा. बुधवार को गणोश उरांव ब्लड बैंक गया और खून मांगा. लेकिन कर्मियों ने कहा कि पहले आप खून देंगे तभी ब्लड बैंक से खून मिलेगा. इसके बाद गणेश ने बहुरा को गांव से बुलाया. बहुरा डेढ़ बजे अस्पताल पहुंचा और खून दिया. लेकिन बहुरा द्वारा दिये गये खून को मरीज को नहीं चढ़ाया गया. जिससे मरीज की मौत हो गयी. मृतक बसिया पेशे से गरीब किसान था.
* अब तक नौ बच्चे, दो महिला व दो पुरुष मर चुके हैं
गुमला में एक महीने के अंदर 13 लोगों की मौत इलाज के आभाव में हो चुकी है. इसमें नौ बच्चे, दो महिला व दो पुरुष मरे हैं. अस्पताल की लापरवाही से बच्चों की मौत हुई है. सीएम रघुवर दास संज्ञान ले चुके हैं. इसके बावजूद अस्पताल की व्यवस्था नहीं सुधर रही है और मरीज मर रहे हैं.
– अस्पताल की लापरवाही से मेरे पति की मौत हो गयी. अगर समय पर खून चढ़ा दिया जाता तो मेरे पति की मौत नहीं होती.
लीली देवी, मृतक की पत्नी
– मुझे जानकारी नहीं है कि किसी मरीज की मौत हुई है. मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली है. इसकी जांच कराकर कार्रवाई की जायेगी.
डॉ आरएन यादव, डीएस, गुमला
– बुधवार को बसिया के परिजन आये थे खून मांगने के लिए. लेकिन जो नियम व व्यवस्था है. उसके अनुसार खून की देना पड़ता है तभी खून दे सकते हैं
मुक्तेश कुमार, ब्लड बैंक का टेक्नीशियन