गुमला: एक साल बाद पीएलएफआइ ने दंपती की हत्या कर कामडारा में बड़ी घटना को अंजाम दिया है. इससे राज्य की पुलिस सकते में है. दंपती को मारने के बाद पीएलएफआइ संगठन पुन: सुर्खियों में आ गया है. पुलिस मुखबिर के आरोप में दंपती हत्याकांड के बाद राज्य की पुलिस ने पीएलएफआइ के खिलाफ बड़ा ऑपरेशन शुरू किया है. गुमला, सिमडेगा व खूंटी जिला की पुलिस एक साथ उग्रवादियों को घेरने निकली है. इन तीनों जिला के सीमावर्ती जंगलों में उग्रवादियों की तलाश शुरू हो गयी है.
पुलिस को सूचना है, उग्रवादी जंगल में छिपे हैं. 15 लाख रुपये के इनामी उग्रवादी मार्टिन केरकेट्टा के होने की सूचना है. वरीय अधिकारियों का निर्देश है, उग्रवादियों को पकड़ें या फिर मुठभेड़ हो, तो मार गिरायें. किसी भी स्थिति में क्षेत्र में शांति बहाल करने का निर्देश प्राप्त है. गुमला के एसपी चंदन कुमार झा ने बताया कि उग्रवादियों के खिलाफ ऑपरेशन शुरू किया गया है. हालांकि पहले भी ऑपरेशन चल रहा था, लेकिन इस बार गुमला, सिमडेगा व खूंटी जिला की पुलिस संयुक्त रूप से ऑपरेशन चला रही है.
कामडारा घटना के संबंध में एसपी ने कहा कि नक्सली संगठन पीएलएफआइ (पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया) के उग्रवादियों ने दंपती को मारा है. पुलिस को इस बात की आशंका है कि उग्रवादियों ने पुलिस मुखबिरी का आरोप लगा कर पति-पत्नी की हत्या की है, जबकि दोनों कभी भी पुलिस के मुखबिर नहीं रहे हैं.
एसपी ने कहा कि एक साल में पीएलएफआइ के कई हार्डकोर उग्रवादी, एरिया कमांडर व सबजोनल कमांडर को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया है. अब गिने चुने उग्रवादी बचे हैं. दंपती हत्याकांड के आरोपियों को जल्द पकड़ लिया जायेगा.