निरीक्षण: टाना भगत विद्यालय व प्रखंड कार्यालय पहुंचे उपायुक्त, ड्यूटी से 22 अधिकारी व कर्मी गायब
घाघरा(गुमला): राज्य की मुख्य सचिव राजबाला वर्मा के निर्देश पर बुधवार को डीसी श्रवण साय ने घाघरा प्रखंड का दौरा किया. उन्होंने टाना भगत आवासीय विद्यालय व प्रखंड सह अंचल कार्यालय का औचक निरीक्षण किया. प्रखंड व अंचल कार्यालय के निरीक्षण में कई अधिकारी व कर्मचारी गायब मिले. डीसी ने ड्यूटी से गायब 22 अधिकारी […]
घाघरा(गुमला): राज्य की मुख्य सचिव राजबाला वर्मा के निर्देश पर बुधवार को डीसी श्रवण साय ने घाघरा प्रखंड का दौरा किया. उन्होंने टाना भगत आवासीय विद्यालय व प्रखंड सह अंचल कार्यालय का औचक निरीक्षण किया. प्रखंड व अंचल कार्यालय के निरीक्षण में कई अधिकारी व कर्मचारी गायब मिले. डीसी ने ड्यूटी से गायब 22 अधिकारी व कर्मियों की एक दिन की हाजिरी काटते हुए स्पष्टीकरण मांगा है. डीसी ने कई अधिकारी व कर्मियों द्वारा हाजिरी बनाने के समय की जांच की, तो पाया कि कई लोगों ने सुबह आठ बजे ही हाजिरी बना लिया है. डीसी की जांच से प्रखंड सह अंचल कर्मियों में हड़कंप मच गया.
कर्मी इधर उधर भागते नजर आये. डीसी प्रखंड सह अंचल कार्यालय पहुंच कर कर्मियों की उपस्थिति पंजी की जांच की. जांच में 22 कर्मियों के देर से आने के कारण उनकी उपस्थिति काट दी, जिसमें प्रखंड कार्यालय से चार कर्मी, मनरेगा से 12 कर्मी, अंचल कार्यालय से छह कर्मियों की उपस्थिति काटी है. डीसी जिस समय प्रखंड सह अंचल कार्यालय थे, उस समय प्रखंड के सीओ अपने कार्यालय से नदारद थे. मौके पर बीडीओ विजय सोनी, कृष्ण किशोर, आलोक कुमार, अनिल कुमार, अमित कुमार, ब्रजेश कुमार सिंह सहित कई कर्मी मौजूद थे. टाना भगत आवासीय विद्यालय की मरम्मत के लिए बने प्रस्ताव की जांच के लिए मुख्य सचिव ने डीसी को बारीकी से देखने का निर्देश दिया था. जांच के क्रम एई आलोक कुमार ने डीसी को प्रस्ताव के संबंध में विस्तार पूर्वक बताया. साथ ही डीसी टाना भगत आवासीय विद्यालय का भ्रमण कर जर्जर स्थिति से अवगत हुए. उन्होंने एई को जरूरी जगहों की मरम्मत सही तरीके से कराने का निर्देश दिया. साथ ही डीसी ने मुख्य सचिव से मोबाइल पर संपर्क कर विद्यालय की वस्तु स्थिति से उन्हें अवगत कराया. वहीं एई को पेयजल व्यवस्था व शौचालय निर्माण सही तरीके से कराने का निर्देश दिया, ताकि पांच वर्षों तक उसमें किसी तरह की मरम्मत नहीं हो सके.
डीसी ने पकड़ी गड़बड़ी, जांच का आदेश
औचक निरीक्षण करने के दौरान कुछ चौंकाने वाली बाते सामने आयी है. जिसपर उपायुक्त ने जांच का आदेश दिया है. उपस्थिति पंजी व बायोमेट्रिक सिस्टम का प्रिंट आउट के अवलोकन के क्रम में उपायुक्त ने पाया कि जारी भगत, शमशुद्दीन मियां, भागवत पाठक, उषा किरण किंडो, अमर उरांव, बुधराम, विमला बड़ाइक, संतोष हांसदा, रोहित खेस, नेहरू निशा व राजन कुजूर सहित 14-15 कर्मी ऐसे हैं, जिन्होंने सुबह आठ बजे से लेकर 8.40 बजे तक में अपनी आने की उपस्थिति दर्ज की है और दोपहर दो बजे से तीन बजे तक के बीच जाने की सूचना दर्ज की है. उपायुक्त ने कहा कि ये कौन कर्मी हैं, जो सुबह आठ बजे ही अपनी हाजिरी बना लेते हैं. ऐसे लोगों को चिह्नित करते हुए उपायुक्त ने जांच का आदेश बीडीओ को दिया है.
डीसी ने सीओ से पूछा स्पष्टीकरण
निरीक्षण के दौरान कई लोगों ने उपायुक्त से अंचलाधिकारी घाघरा की शिकायत करते हुए कहा कि अंचलाधिकारी घाघरा प्रतिदिन बेड़ो से आना-जाना करते हैं और अंचल कार्यालय से गायब रहते हैं. लोगों की शिकायत सुनने के बाद उपायुक्त ने अंचलाधिकारी घाघरा को प्रखंड मुख्यालय छोड़ कर बाहर से आना-जाना करने की गंभीर शिकायत पर स्पष्टीकरण पूछा है.
चालाकी को डीसी ने पकड़ा
कई कर्मियों ने चालाकी दिखाते हुए उपायुक्त के औचक निरीक्षण व हाजिरी काट देने के बावजूद बायोमेट्रिक सिस्टम में तत्काल जाकर अपनी हाजिरी बनायी. कई कर्मियों ने यह चालाकी इसलिए दिखायी कि उपायुक्त द्वारा हाजिरी काटने के बाद यदि बायोमेट्रिक सिस्टम में लेट से आने के बावजूद हाजिरी बन जाती है, तो उन्हें अपनी उपस्थिति सिद्ध करने में आसानी होगी. लेकिन शायद उपायुक्त को इस बात का अंदेशा था कि कई कर्मी बायोमेट्रिक सिस्टम द्वारा अपनी चालाकी दिखा सकते हैं, इसलिए उन्होंने बायोमेट्रिक सिस्टम का प्रिंट आउट निकाल कर अपने पास जब्त कर लिया.