सड़क हादसा: दोस्त को छोड़ने जा रहा था, पीछे से ट्रैक्टर ने मारा धक्का, दुर्घटना में बीएड के छात्र की मौत
गुमला: गुमला शहर के दुंदुरिया बैंक कॉलोनी मोड़ के समीप ट्रैक्टर की चपेट में आने से सिसई रोड निवासी सह बीएड प्रथम वर्ष के छात्र उत्कर्ष कुमार (24) की मौत हो गयी. वह अपने दोस्त को घर छोड़ने जा रहा था. दोनों दोस्त अलग-अलग अलग बाइक में थे, तभी पीछे से ट्रैक्टर ने उत्कर्ष को […]
गुमला: गुमला शहर के दुंदुरिया बैंक कॉलोनी मोड़ के समीप ट्रैक्टर की चपेट में आने से सिसई रोड निवासी सह बीएड प्रथम वर्ष के छात्र उत्कर्ष कुमार (24) की मौत हो गयी. वह अपने दोस्त को घर छोड़ने जा रहा था.
दोनों दोस्त अलग-अलग अलग बाइक में थे, तभी पीछे से ट्रैक्टर ने उत्कर्ष को धक्का मार दिया, जिससे उसकी मौत हो गयी. पुलिस ने ट्रैक्टर को जब्त कर लिया है, जबकि चालक फरार है. इधर, सड़क हादसे में छात्र की मौत की खबर शहर में आग की तरह फैल गयी. देखते ही देखते लोगों की भीड़ अस्पताल में उमड़ पड़ी.
दोस्त को घर छोड़ने जा रहे थे: जानकारी के अनुसार, उत्कर्ष स्कूटी से व उसका मित्र देवाशीष कुमार बाइक से अपने मित्र सौरभ भगत को बीएड कॉलेज के लंच टाइम में घर छोड़ने के लिए निकले थे. दुंदुरिया बैंक कॉलोनी मोड़ पहुंचने से पूर्व देवाशीष व सौरभ उससे आगे निकल गये.
यह पीछे रह गया. उसे आता नहीं देख वे दोनों पीछे लौटे, तो देखा कि बैंक कॉलोनी मोड़ के समीप ट्रैक्टर के पास उत्कर्ष गिरा हुआ है. दोनों उसे उठा कर अस्पताल ले गये, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया.
प्राचार्य व प्रोफेसर पहुंचे अस्पताल :घटना की सूचना मिलने पर केओ कॉलेज के प्राचार्य प्रो जीतवाहन बड़ाइक, रघुनंदन प्रसाद, प्रो हेमेंद्र भगत, प्रो एजे खलखो, प्रो सोमनाथ भगत, प्रो सुदामा सिंह, सुशील बाड़ा, प्रो सीमा कुमारी सहित अन्य कर्मी अस्पताल पहुंचे, जहां उन्होंने घटना की जानकारी ली. साथ ही मृतक परिवार से मिल कर शोक संवेदना प्रकट की. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया.
कर्ज लेकर बीएड में एडमिशन कराया था : उत्कर्ष कुमार शहर के सिसई रोड निवासी ओम प्रकाश गुप्ता का बड़ा बेटा था. उसके मौत की सूचना पर परिवार के लोग अस्पताल पहुंचे. परिजनों के क्रंदन से पूरा अस्पताल गूंज उठा. दादा दुखन साहू के आंसू रूक नहीं रहे थे. पिता ओमप्रकाश गुप्ता ने बताया कि कर्ज लेकर उत्कर्ष का बीएड में नामांकन कराया था. उसे नौकरी करने का शौक था, लेकिन वह शौक भी वह पूरा नहीं कर सका. उससे दो छोटे भाई हैं. मंझला भाई शुभम कुमार राजस्थान में इंजीनियरिंग कर रहा है, जबकि छोटा भाई मिक्की गुप्ता आइएससी पास कर गुमला में हमारी दुकान को देखता है.