नारियों से ही समाज व देश का विकास संभव : बिशप
गुमला : टिलडोंग के उर्सुलाइन धर्म संघ के स्थापना के 200 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में गुमला के उर्सुलाइन कॉन्वेंट बालिका विद्यालय में गुरुवार को द्विशतवर्षीय जुबली समारोह का आयोजन किया गया. समारोह संताली नृत्य, झारखंडी नृत्य, भांगड़ा, बंबू नृत्य, आसामी नृत्य, हिमाचली नृत्य व राजस्थानी नृत्य व लघु नाटिकाओं जैसे कार्यक्रमों से ओतप्रोत […]
गुमला : टिलडोंग के उर्सुलाइन धर्म संघ के स्थापना के 200 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में गुमला के उर्सुलाइन कॉन्वेंट बालिका विद्यालय में गुरुवार को द्विशतवर्षीय जुबली समारोह का आयोजन किया गया. समारोह संताली नृत्य, झारखंडी नृत्य, भांगड़ा, बंबू नृत्य, आसामी नृत्य, हिमाचली नृत्य व राजस्थानी नृत्य व लघु नाटिकाओं जैसे कार्यक्रमों से ओतप्रोत रहा. समारोह का उद्घाटन मुख्य अतिथि गुमला धर्मप्रांत के बिशप स्वामी पौल अलविस लकड़ा, विशिष्ट अतिथि गुमला प्रोविंस की ओएसयू प्रोविंशियल सिस्टर मरिया स्वर्णलता कुजूर, राज्य की पूर्व शिक्षामंत्री गीताश्री उरांव व नगर परिषद गुमला के नवनिर्वाचित अध्यक्ष दीपनारायण उरांव ने संयुक्त रूप से किया.
मौके पर बिशप पौल अलविस लकड़ा ने कहा कि समाज और देश का विकास नारियों से ही संभव है. इस क्षेत्र में उर्सुलाइन नामक यह संस्थान महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह संस्था अपने स्थापना काल से ही बालिका शिक्षा को बढ़ावा दे रहा है. यह इस क्षेत्र के लिए खुशी की बात है कि इस क्षेत्र में उर्सुलाइन धर्म संघ की धर्म बहनें अपना योगदान दे रही हैं. जो न केवल विद्यालय स्थापित कर बालिका शिक्षा को बढ़ावा दे रही है, बल्कि स्वास्थ्य सहित अन्य क्षेत्रों में भी नि:स्वार्थ सेवा दे रही है. उन्होंने कहा कि जिस समय उर्सुलाइन धर्म संघ की स्थापना हुई थी, उस समय समाज में महिलाओं की स्थिति अच्छी नहीं थी, लेकिन उर्सुलाइन धर्म संघ ने महिलाओं को बढ़ावा देने का काम कर रही है.