गुमला : मानव तस्कर ने किशोरी को दिल्ली में बेचा, दुष्कर्म

दुर्जय पासवान गुमला : सिसई प्रखंड की अनाथ 16 वर्षीया सीमा कुमारी (बदला नाम) को मानव तस्कर जबरन दिल्ली ले गये. इसके बाद बंधक बना कर दुष्कर्म किया. कुछ दिन बाद एक कोठी में काम करने के लिए बेच दिया. सात महीने तक कोठी में काम कराने के बाद सीमा को मानव तस्कर रंजीत कुमार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 9, 2018 6:28 AM
दुर्जय पासवान
गुमला : सिसई प्रखंड की अनाथ 16 वर्षीया सीमा कुमारी (बदला नाम) को मानव तस्कर जबरन दिल्ली ले गये. इसके बाद बंधक बना कर दुष्कर्म किया. कुछ दिन बाद एक कोठी में काम करने के लिए बेच दिया. सात महीने तक कोठी में काम कराने के बाद सीमा को मानव तस्कर रंजीत कुमार रांची लेकर आ गया, लेकिन रेलवे पुलिस की पहल से सीमा को मानव तस्कर के चंगुल से मुक्त करा कर गुमला भेज दिया गया. वहीं आरोपी रंजीत को पकड़ कर जेल भेज दिया गया है.
रेलवे पुलिस ने सीमा को सोमवार को मुक्त कराया था और बुधवार को उसे गुमला भेजा. अभी सीमा सीडब्ल्यूसी के संरक्षण में है. सीमा के साथ जो घटना घटी है, उस संबंध में पूछताछ की जा रही है. चूंकि सीमा के माता, पिता, भाई, बहन नहीं है, इसलिए उसे सुरक्षा कारणों से बालगृह में रखा गया है.
पिता की हत्या व मां की बीमारी से मौत हुई : जैसा सीमा ने कहा : उसका घर सिसई प्रखंड में है. बचपन में ही उसके पिता की कुछ लोगों ने हत्या कर दी.
इसके बाद बीमारी से मां का निधन हो गया. बड़ी बहन थी. उसकी शादी हो गयी थी, लेकिन उसकी बहन की भी उसके पति ने हत्या कर दी. इसके बाद से सीमा अपने मामा के घर में रह रही है. वह पहली क्लास तक पढ़ी है. अनाथ होने का फायदा उठा कर सिसई का ही रंजीत कुमार उसे जनवरी में जबरन दिल्ली ले गया, जहां कई दिनों तक एक घर में बंधक बना कर उसके साथदुष्कर्म किया.
इसके बाद एक कोठी में उसे काम करने के लिए बेच दिया. सात महीने तक उसने कोठी में काम किया, फिर खुद रंजीत उसे रांची लेकर आ गया.
इस प्रकार मुक्त हुई सीमा : रंजीत जब सीमा को लेकर रांची आया, तो रेलवे पुलिस को कुछ संदेह हुआ. पुलिस ने दोनों को पकड़ कर पूछताछ की. सीमा ने हिम्मत दिखाते हुए रंजीत के कारनामे के बारे में जानकारी दी. इसके बाद पुलिस सीमा द्वारा दायर केस के आधार पर रंजीत को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. वहीं सीमा को रांची प्रेमाश्रय में दो दिनों तक रखा गया. उसके घर की जानकारी लेने के बाद सीमा को गुमला सीडब्ल्यूसी भेज दिया गया है.
मैं घर नहीं जाऊंगी, पढ़ूंगी
सीमा कुमारी ने कहा है कि मां, पिता व बहन की मौत के बाद मामा के घर में वह रह रही थी. वह पहली क्लास तक पढ़ी है. अब वह आगे पढ़ना चाहती है. उसने गुमला प्रशासन से पढ़ाई व आश्रय की व्यवस्था कराने की मांग की है, ताकि वह अपने पैरों पर खड़ी हो सके.
सीमा अनाथ बच्ची है. वह मानव तस्करी का शिकार हुई है. बुधवार को उसेसीडब्ल्यूसी में प्रस्तुत किया गया है. उससे पूछताछ की जा रही है. जो भी मामला सामने आता है, उसके आधार पर कार्रवाई की जायेगी.
संजय कुमार भगत, सदस्य, सीडब्ल्यूसी
सीमा की स्थिति को देखते हुए उसके आश्रय की व्यवस्था की जायेगी. उसकी पढ़ाई की व्यवस्था करेंगे. अनाथ बच्ची की मजबूरी का मानव तस्कर ने फायदा उठाते हुए दिल्ली ले जाकर दुष्कर्म किया, फिर कोठी में बेच दिया था.
संजय कुमार, डीसीपीओ, गुमला जिला

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