जगरनाथ@गुमला
सिसई थाना के कुसूमटोली निवासी घासी खड़िया की विवाहिता पुत्री करमीला देवी न्याय के आस में जिला प्रशासन के आला अधिकारियों के कार्यालय का चक्कर लगाने को विवश है. करमीला पर उसके ससुराल वालों ने डायन बिसाही का आरोप लगाकर मारपीट कर घर से निकाल दिया. मारपीट में करमीला का दाहिना हाथ टूट गया है. पिडि़ता के साथ उसके पति और बच्चों को भी घर से निकाला गया है.
वर्तमान में करमीला अपने अर्द्धविक्षिप्त पति बुधराम खड़िया व दो छोटे-छोटे बच्चों के साथ अपने पिता घासी खड़िया के घर पर रह रही है. करमीला ने बताया कि फिलहाल उसका मामला न्यायालय में चल रहा है. करमीला ने बताया कि उसकी शादी बुधराम कुल्लू के साथ हुई है. शादी के कुछ माह बाद मेरे ससुर एतवा खड़िया (स्वर्गीय) बीमार पड़ गये.
ससुर के बीमार पड़ने पर मेरी सास सोमारी खड़ियाइन ने मैं डायन बिसाही करती हूं कहकर मेरे साथ मारपीट की. सास के साथ तीन देवरों संदीप खड़िया, शनि खड़िया व अमित खड़िया ने भी मारपीट की. इसके बाद अगस्त 2017 में ससुर एतवा खड़िया की बीमारी से मौत हो गयी. ससुर के मौत के बाद सास व देवरों ने फिर से मारपीट की. जिसमें मेरा दाहिना हाथ टूट गया.
ससुराल वालों ने मुझे मेरे पति व दोनों बच्चों को घर से निकाल दिया. गांव वालों ने भी फरमान जारी कर दिया कि जो भी मुझसे बात करेगा उसे 33 हजार रूपये जुर्माना देना होगा. करमीला ने बताया कि मामले में वह सिसई थाना में शिकायत कर चुकी है. थाना द्वारा तीन लोगों को चिन्हित भी किया गया है. परंतु कोई कार्रवाई नहीं की गयी.
थाना से कार्रवाई नहीं होने के बाद गुमला पुलिस अधीक्षक को आवेदन दिया. वहां भी सुनवाई नहीं हुई. थाना व पुलिस अधीक्षक के स्तर से सुनवाई नहीं होने पर 27 अगस्त 2018 को उपायुक्त से मिली और न्याय की गुहार लगायी. परंतु अब तक उपायुक्त के स्तर से भी किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई.
करमीला ने बताया कि ससुराल वालों से उसके और उसके पति व बच्चों को जान का खतरा है. करमीला ने बताया कि आज (मंगलवार) को अपने पिता के साथ उपायुक्त से मिलने आयी थी. ताकि उनसे न्याय की गुहार लगा सकूं. पर गांधी जयंती की छुट्टी है. यह मुझे पता नहीं था.