गुमला में बोले CM रघुवर दास- कार्तिक उरांव के सपनों के झारखंड का निर्माण करें

दुर्जय पासवान@गुमला नगाड़ा, मांदर की गूंज से झारखंड की धरती गुंजायमान होता रहे कोई और धुन ना बजे. क्योंकि हमारी संस्कृति ही झारखंड की पहचान है. इस संस्कृति को अक्षुण्ण रखने के लिए कार्तिक उरांव हमेशा से प्रयासरत रहे. जतरा मेला और यहां दिख रही झारखंड की समृद्ध संस्कृति उनके प्रयास को परिलक्षित कर रहा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 9, 2018 6:28 PM

दुर्जय पासवान@गुमला

नगाड़ा, मांदर की गूंज से झारखंड की धरती गुंजायमान होता रहे कोई और धुन ना बजे. क्योंकि हमारी संस्कृति ही झारखंड की पहचान है. इस संस्कृति को अक्षुण्ण रखने के लिए कार्तिक उरांव हमेशा से प्रयासरत रहे. जतरा मेला और यहां दिख रही झारखंड की समृद्ध संस्कृति उनके प्रयास को परिलक्षित कर रहा है. आनेवाली पीढ़ी अपनी संस्कृति से अवगत होती रहेगी, इससे सुखद बात और क्या हो सकती है.

उक्त बातें मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कही. श्री दास शुक्रवार को गुमला के घाघरा प्रखंड स्थित बदरी गांव में कार्तिक उरांव स्मृति जतरा सह खेलकूद प्रतियोगिता कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे. श्री दास ने कहा कि जिस तरह मेला में मिठास होता है उसी मिठास की भावना से हमें इस सार्वजनिक स्थल में मिलना चाहिए. साथ ही, कार्तिक उरांव जी के सपनों के झारखंड का निर्माण करना है. जहां कोई अशिक्षित, वंचित और शोषित ना रहे.

आदिवासियों का सर्वांगीण विकास सरकार की प्राथमिकता

रघुवर दास ने कहा कि कार्तिक उरांव ने विदेश जाकर शिक्षा ग्रहण की. वे इंजीनियर बनें. स्वदेश व अपने घर लौटने पर उन्हें लगा कि झारखंड के आदिवासियों की स्थिति बहुत अच्छी नहीं है. वे चाहते तो कहीं नौकरी कर आराम से जीवन जी सकते थे. लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया और आदिवासी कल्याण में खुद को झोंक दिया.

उन्‍होंने कहा कि उनकी इन्हीं बातों को आत्मसात कर केंद्र और राज्य सरकार कार्य कर रही है. पहली बार आदिवासी कल्याण हेतु आदिवासी मंत्रालय का गठन हुआ. राज्य के शहीदों के गांव में मूलभूत सुविधाओं से आच्छादित कर आदर्श गांव बनाया जा रहा है. झारखंड में आदिवासी विकास परिषद के माध्यम से आदिवासी के हित में कार्य हो रहे हैं. जनजातियों को डाकिया योजना के तहत हर माह खाद्यान्न पहुंचाया जा रहा है.

दास ने कहा कि आदिवासी युवाओं हेतु रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय में सीट आरक्षित हैं. पहली बार आदिम जनजाति युवक युवतियों के लिए बटालियन का गठन हुआ. जिन्हें प्रधानमंत्री जी द्वारा नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया.

युवा शिक्षित समाज की कल्पना को पूरा करें, खुद को हुनरमंद बनाएं

मुख्यमंत्री ने कहा कि कार्तिक उरांव ने शिक्षित समाज की कल्पना की थी. उनके सपने को युवा पूरा करें. क्योंकि शिक्षा से समझदारी और समझदारी से ईमानदारी का प्रवाह होगा. युवा शिक्षा के साथ-साथ हुनरमंद भी बनें. राज्य सरकार 700 करोड़ रुपये युवाओं को हुनरमंद बनाने में कौशल विकास के माध्यम से कर रही है.

उन्‍होंने कहा कि हुनरमंद बन युवा स्वरोजगार अपना सकते हैं सरकार की योजनाओं का लाभ के सकते हैं. श्री दास ने कहा कि समाज में जागरूकता के माध्यम से युवा बड़ा बदलाव में सहायक हो सकते हैं. हमें मिल कर सुनिश्चित करना होगा कि गुमला के हर घर का बच्चा स्कूल जाएं.

किसानों को मिलेगा उनका हक, वृद्धों को मिलेगा 10 किलो अनाज

मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड के सुखाड़ की स्थिति का अधतन जानकारी जल्द सरकार को प्राप्त होगी. 18 नवंबर को गुमला के सूखा प्रभावित प्रखंडों में शिविर का आयोजन होगा. जहां किसान फसल बीमा योजना का लाभ ले सकते हैं. किसानों का हक उन्हें जरूर मिलेगा. राज्य सरकार ने सुखाड़ हेतु 100 करोड़ का उपबंध किया है. साथ ही वृद्धों के लिए अन्नपूर्णा योजना के तहत 10 किलो अनाज देने की व्यवस्था की गयी है. विपरीत परिस्थितियों के लिए गांव के मुखिया को 10 हजार रुपये दिये गये हैं, जो अनाज उपलब्ध कराने में सहायक होंगे.

67 साल में 38 लाख, 4 साल में 30 लाख

मुख्यमंत्री ने कहा कि 67 साल में झारखंड के मात्र 38 लाख घरों तक बिजली पहुंची थी. विगत 4 साल में वर्तमान सरकार द्वार 30 लाख घरों तक बिजली पहुंचा दी गयी. 31 दिसंबर तक छुटे हुए सभी घरों तक बिजली पहुंच जायेगी और झारखंड का प्रत्येक घर बिजली से आच्छादित हो जायेगा.

महिला देश, राज्य और परिवार की शक्ति

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह महिला शक्ति का ही प्रतिफल है कि 15 नवंबर को पूरा राज्य खुले में शौच से मुक्त होने जा रहा है. रानी मिस्त्रियों ने गजब का कार्य किया है. महिलाओं तक सशक्तिकरण हेतु योजनाओं को उनतक पहुंचाया जा रहा है. अब स्कूलों का यूनिफॉर्म भी महिलाएं ही बनायेंगी. उन्हें मशीन और प्रशिक्षण दिया जायेगा. इस संबंध में जिला के उपायुक्तों को निदेश दिया जा चुका है.

बच्चियों में संस्कार देख मन अभिभूत हुआ

मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस तरह इस जतरा में प्रोजेक्ट बालिका हाइस्कूल की बच्चियों ने राज्य की संस्कृति की गीत और नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत किया है उसे देख मन प्रफुल्लित हुए बिना नहीं रह सका. इन सभी 32 बच्चियों को 5-5 हजार रुपये उत्साहवर्धन हेतु दिया जायेगा. वहीं इस तरह जतरा का आयोजन करने वाले संस्था को 3 लाख रुपये मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से प्रदान किया जायेगा.

मौके पर मुख्यमंत्री ने उज्‍जवला योजना के तहत लाभुकों के बीच गैस कनेक्शन, भूमि संरक्षण के तहत पंप सेट का वितरण किया. इस अवसर पर केंद्रीय राज्यमंत्री सुदर्शन भगत, विधानसभा अध्यक्ष डॉ दिनेश उरांव, पदमश्री अशोक भगत, अल्पसंख्यक आयोग के अध्‍यक्ष मोहम्मद कमाल खान, उपायुक्त गुमला व अन्य उपस्थित थे.

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