पुलिस इंकाउंटर में बच गया था अपराधी विनय
गुमला : अलबर्ट एक्का जारी थाना के रूद्रपुर गांव निवासी दुर्दांत अपराधी विनय सिंह आखिर कर पकड़ा गया. पुलिस ने उसे जाल बिछा कर पकड़ा है. पुलिस दबिश के कारण वह कानपुर में छिप कर रहता था. पुलिस को जैसे ही भनक लगी कि विनय अपने गांव आया हुआ है. पुलिस ने उसे धर दबोचा. […]
गुमला : अलबर्ट एक्का जारी थाना के रूद्रपुर गांव निवासी दुर्दांत अपराधी विनय सिंह आखिर कर पकड़ा गया. पुलिस ने उसे जाल बिछा कर पकड़ा है. पुलिस दबिश के कारण वह कानपुर में छिप कर रहता था. पुलिस को जैसे ही भनक लगी कि विनय अपने गांव आया हुआ है. पुलिस ने उसे धर दबोचा. विनय की गिरफ्तारी के बाद उसने कई मामलों का खुलासा किया है.
गुमला शहर के चर्चित कुरीयर ब्वॉय अमित सिंह की हत्याकांड में विनय शामिल था. अमित की हत्या उसने अपने मामा धनंजय सिंह के साथ मिल कर की थी. एसपी अंशुमान कुमार ने बताया कि दो अप्रैल 2018 को विनय ने जारी थाना क्षेत्र में रूद्रपुर गांव के नजदीक बाइक रोक कर एक व्यक्ति से 10 हजार रुपये की मांग की थी. 10 हजार नहीं मिलने पर तीन हजार रुपये लूट लिया था.
वहीं बाइक में गोली मार कर आग लगा दिया था. इस अपराधिक घटना में विनय के साथ जगरनाथ गोप, रवि सिंह भी शामिल था. सात अप्रैल 2018 को जारी थाना क्षेत्र के गोविंदपुर में खड़ी बस से लूटपाट किया था. इसमें विनय के साथ कई अपराधी शामिल थे. 27 सितंबर 2015 को जारी प्रखंड में अंजनी ने विनय से शादी करने से इंकार कर दिया था.
इस गुस्से में विनय ने अंजनी की मां की गला रेतकर हत्या कर दी थी. 14 अप्रैल 2018 को जारी प्रखंड के बड़काडीह पहाड़ में विनय अपने साथियों के साथ मिल कर दो महिलाओं के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया था. छह नवंबर 2016 को पुलिस उसे आर्म्स एक्ट में पकड़ कर जेल भेज दिया था. लेकिन बाद में वह जमानत पर जेल से बाहर निकला था.
19 अप्रैल 2018 को सिसई प्रखंड क्षेत्र में विनय ने अपने साथियों के साथ मिल कर जोगना खड़िया की हत्या कर दी थी. 10 मई 2018 को पुलिस की घेराबंदी में विनय सिंह बच कर भाग गया था. 24 अप्रैल 2018 को सिसई प्रखंड में अपने साथियों के साथ मिल कर विनय ने दिलीप साहू की हत्या कर दी थी.
छह जून 2018 को विनय ने अपने साथियों के साथ मिल कर कुरीयर ब्वॉय अमित सिंह की गोली मार कर हत्या कर दी थी. 21 जून 2018 को जारी प्रखंड में विगल सिंह की पत्थर से कूच कर हत्या भी विनय सिंह ने की थी. एसपी ने बताया कि विनय दुर्दांत अपराधी बन गया था.
देव ग्रुप नामक संगठन बनाया था
पुलिस के अनुसार पीएलएफआइ में रहते हुए विनय अपने कुछ साथियों के साथ मिल कर देव ग्रुप संगठन बनाया था. लेकिन एक-एक कर सभी देव ग्रुप के सदस्य पुलिस के शिंकजे में फंस कर सलाखों के पीछे पहुंचते गये. अपने घटते प्रभाव को देख कर विनय सिंह लगातार हत्या करने लगा. लड़कियों के साथ रेप किया. लेवी की मांग से दहशत पैदा कर दिया था.
लूटपाट की घटनाओं को अंजाम देने लगा था. पुलिस के लिए चुनौती बन गया था. वहीं ठेकेदारों के लिए परेशानी का कारण बना हुआ था. लेकिन पुलिस ने जाल बिछा कर उसे धर दबोचा. पुलिस पहले ही विनय के साथी अर्जुन यादव, संजय खड़िया व जगरनाथ गोप को पकड़ कर जेल भेज चुकी है.
अभियान में शामिल पुलिस टीम
विनय सिंह को पकड़ने के लिए एक पुलिस टीम का गठन किया गया था. इसमें थाना प्रभारी अरविंद कुमार, सअनि राकेश कुमार दूबे, पुलिस जवान विनोद नायक, सुधांशु शेखर नायक, वाल्टर किस्पोट्टा, लक्ष्मीधर बेहरा शामिल थे.