दुर्जय पासवान
गुमला : झारखंड के आज (15 नवंबर को) 18 साल पूरे हो गये. प्रदेश के सभी जिलों और प्रखंडों में झारखंड स्थापना दिवस पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाने का निर्णय लिया गया था. गुमला में भी कई कार्यक्रमों का आयोजन होना है. शिक्षा विभाग अधिकारियों ने स्कूली बच्चों को तो बुला लिया, लेकिन खुद कार्यक्रम से गायब रहे. यहां तक कि जिस स्टेडियम में कार्यक्रम का आयोजन होना था, उसका गेट तक नहीं खुला. पूरे उत्साह के साथ राज्य का स्थापना दिवस मनाने आये बच्चे निरास होकर ‘बिरसा मुंडा जिंदाबाद, बिरसा मुंडा अमर रहें’ के नारे लगाते हुए वहां से चले गये.
स्कूलके बच्चों को प्रभात फेरी के लिए परमवीर अल्बर्ट एक्का स्टेडियम में बुलाया गया था. शिक्षा विभाग के अधिकारी खुद वहां नजर नहीं आये. स्कूल से रैली की शक्ल में विभिन्न स्कूलों के बच्चे (छात्र-छात्राएं) परमवीर अलबर्ट एक्का स्टेडयिम के गेट तक पहुंचे, लेकिन गेट का ताला नहीं खुला.
सबसे पहले उर्दू स्कूल थाना रोड के बच्चे स्टेडियम के बाहर पहुंचे थे. साथ में शिक्षक-शिक्षिकाएं थीं. बच्चे एक घंटे तक गेट के पास खड़े रहे. जब गेट नहीं खुला और किसी अधिकारीका फोन नहीं लगा, तो सभी बच्चे वहां से निराश होकर लौट आये.
उर्दू स्कूल के बादअन्य स्कूलों के बच्चे भी रैली की शक्ल में स्टेडियम तक पहुंचे. गेट बंद देख वे भी बिरसा मुंडा अमर रहे का नारा लगाते हुए अपने-अपने स्कूल लौट गये.
ज्ञात हो कि पर्व त्योहार को लेकर गुमला जिले के सभी स्कूल अभी बंद हैं. राज्य स्थापना दिवस को लेकर प्रशासन ने चिट्ठी जारी कर सभी स्कूलों को खुला रखने के लिए कहा. हेडमास्टरों को भेजे गये पत्र में कहा गया है कि सभी स्कूल सुबह में प्रभात फेरी निकालें.
प्रशासन के निर्देश का पालन करते हुए शिक्षकअपनेस्कूल के बच्चोंकेसाथ प्रभात फेरी में शामिल हुए. वहीं, शिक्षा विभाग के अधिकारियों के गायब रहने के कारण बच्चे स्टेडियम के अंदर तक नहीं जा सके. वहां कोई कार्यक्रम नहीं हुआ.
शिक्षकों ने कहा कि उन्हें प्रभात फेरी निकालने और रैली की शक्ल में स्टेडियम में एकत्रित होने के लिए कहा गया था. यहां पहुंचे, तो गेट बंद था. चाबी किसके पास है, किसी को पता नहीं. यहां तक कि स्टेडियम में सुबह में होने वाला कार्यक्रम भी नहीं हुआ.