दुर्जय पासवान, गुमला
गुमला जिले के डुमरी थाना अंतर्गत पोखरगढ़ा गांव के आदिम कोरवा जनजाति के रतिया कोरवा (80 वर्ष) व गुजरी कोरवाईन (75 वर्ष) की अपराधियों ने हत्या कर दी. दोनों को पत्थर से कूचा गया है. दोनों का शव लेपकडाड़ जंगल में फेंका हुआ था. हत्या शुक्रवार की देर शाम को हुई थी. जंगली इलाका होने के कारण 24 घंटे बाद परिवार वालों को शव मिला. इसके बाद पुलिस ने रविवार को शव को बरामद किया.
दंपती की हत्या के कारणों की स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पा रही है. लेकिन पुलिस डायन बिसाही, जमीन विवाद व घरेलू विवाद इन तीन बिंदुओं पर जांच कर रही है. हालांकि पुलिस भी हत्या के संबंध में स्पष्ट जानकारी नहीं दे पा रही है. मृतक का बेटा धनीराम कोरवा ने बताया की रतिया व गुजरी शुक्रवार को गांव के समीप बाजार गये थे. इसके बाद दोनों घर नहीं लौटे.
शनिवार को धनीराम अपनी बेटी को छोड़ने कस्तूरबा स्कूल चला गया. जब वह शाम को वापस लौटा तो कुछ लोगों ने बताया कि उनके माता पिता का शव गांव के पूरब लेपकडाड़ के समीप फेंका हुआ है. गांव के लोग शव को समीप पहुंचे तो देखा कि दोनों को पत्थर से कूचकर मारा गया था. शनिवार को रात हो जाने के कारण पुलिस को सूचना नहीं दे सके. रविवार की सुबह को पुलिस को जब सूचना मिली तो पुलिस गांव जाकर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए गुमला अस्पताल भेज दिया.
एसपी अंशुमान कुमार ने कहा कि कोरवा जनजाति के दंपती की हत्या पत्थर से कूचकर की गयी है. हत्या के कारणों का पता नहीं चला है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. जल्द हत्या के कारण व हत्यारों का पता चल जायेगा.