गुमला : किसान सशक्त होंगे तो हमारा राष्ट्र सशक्त होगा- केंद्रीय मंत्री
जगरनाथ, गुमला जिले के किसानों को शास्वत यौगिक खेती हेतु प्रेरित करने के लिए प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय सेवाकेंद्र गुमला के कृषि एवं ग्राम विकास प्रभाग के तत्वावधान में किसान सशक्तिकरण अभियान का शुभारंभ शनिवार को हुआ. आगामी माह छह दिसंबर तक चलने वाले इस अभियान का उदघाटन मुख्य अतिथि जनजातीय मामलों के केंद्रीय राज्यमंत्री […]
जगरनाथ, गुमला
जिले के किसानों को शास्वत यौगिक खेती हेतु प्रेरित करने के लिए प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय सेवाकेंद्र गुमला के कृषि एवं ग्राम विकास प्रभाग के तत्वावधान में किसान सशक्तिकरण अभियान का शुभारंभ शनिवार को हुआ. आगामी माह छह दिसंबर तक चलने वाले इस अभियान का उदघाटन मुख्य अतिथि जनजातीय मामलों के केंद्रीय राज्यमंत्री सुदर्शन भगत ने किया.
मौके पर उन्होंने कहा कि हमारा भारत कृषि प्रधान देश होने के कारण हमारे देश की अर्थव्यवस्था कृषि उत्पादकता पर ही निर्भर है. इसलिए हमें राष्ट्र को सुखी और समृद्ध बनाने के लिए किसानों को सशक्त बनाने की जरूरत है. केंद्र और राज्य की सरकार इस दिशा में कार्यरत है. सरकार द्वारा आने वाले साल 2022 तक किसानों का आय दोगुना करने का लक्ष्य निर्धारित किया.
उन्होंने कहा कि वर्तमान में देश का हर किसान धीरे-धीरे अपनी प्रगति की ओर बढ़ रहा है. किसानों के इस प्रगति में प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय सेवाकेंद्र के कृषि एवं ग्राम विकास प्रभाग अपनी एक अलग भूमिका निभाने में लगा है. प्रभाग के माध्यम से किसानों को शास्वत यौगिक खेती के लिए प्रेरित किया जा रहा है. जो न केवल देश और देशवासियों, बल्कि खुद किसानों के भी हित में है.
उन्होंने कहा कि किसान इसका लाभ उठायें और आगे बढ़ें. प्रभाग के कमेटी सदस्य राजयोगी ब्रह्मकुमार राजेंद्र भाई ने कहा कि किसान भाई खेतीबारी कर रहे हैं. परंतु खेतीबारी में वे रासायनिक खाद का उपयोग कर रहे हैं. जिससे न केवल फसल का उत्पादन कम हो रहा है और उस उत्पादित फसल को खाने वाले को कैंसर, अस्थमा व ज्वाइंट पैन सहित कई बीमारियां हो रही हैं. साथ ही उससे जमीन की ऊर्वरा शक्ति भी कम हो रही है.
उन्होंने कहा कि इससे बचाव का यही बेहतर उपाय है कि किसान पुरानी पद्धति को अपनायें और शास्वत यौगिक खेती करें. सेवाकेंद्र की संचालिका राजयोगिनी ब्रह्मकुमारी शांति बहन ने कहा कि खेतीबारी में रासायनिक खाद का उपयोग कर धरती को जहरीला बनाया जा रहा है. जिससे भुकंप, बाढ़, सुखाड़ जैसी प्राकृतिक आपदायें आती रहती है. जिससे सबसे ज्यादा हताहत किसान भाई ही होते हैं.
उन्होंने कहा कि पहले किसान सिर्फ अन्न ऊपजाने का काम करते थे. परंतु अब अन्न ऊपजाने में भी स्वार्थ भावना घर कर गयी है. जिससे न केवल दूषित अन्न की ऊपज हो रही है, बल्कि उस दूषित अन्न ऊपजाने वाले किसान और उसे खाने वाले लोगों का मन भी दूषित होते जा रहा है और जीवन धीरे-धीरे समाप्ति की ओर बढ़ रहा है. इसे बचाने के लिए पुरानी पद्धति का उपयोग बहुत जरूरी है.
कार्यक्रम में ब्रह्मकुमार विनय भाई, श्रीपाल भाई, निखिल भाई, शिव भाई, कंचन बहन, विकास भारती बिशुनपुर के कोषाध्यक्ष महेंद्र भगत, भाजपा जिला अध्यक्ष सविंद्र कुमार सिंह, नगर अध्यक्ष संजय कुमार साहू, पवन कुमार अग्रवाल, सांसद प्रतिनिधि, त्रिलोकी चौधरी भोला, मुरली मनोहर प्रसाद, मुनेश्वर साहू, संजय कुमार, सहदेव महतो, संदीप कुमार, सुनील कुमार, सावित्री मेहता, सेवानिवृत्त शिक्षक डोमन साहू, दिलीप साहू सहित काफी संख्या में ब्रह्मकुमार भाई व बहन उपस्थित थे.