गुमला में पीएलएफआई कमांडर के सहयोगी की पत्थर से कूचकर हत्या, कुछ दिनों बाद होनी थी शादी
दुर्जय पासवान@गुमला गुमला सदर थाना के वृ़ंदा नायकटोली निवासी नरेंद्र उरांव (25) की अज्ञात अपराधियों ने शनिवार की रात को पत्थर से कूचकर हत्या कर दी. हत्या के बाद शव को उर्मी डांडटोली गांव के समीप फेंक दिया था. लोगों की सूचना के बाद गुमला पुलिस ने रात को ही शव बरामद कर पोस्टमार्टम के […]
दुर्जय पासवान@गुमला
गुमला सदर थाना के वृ़ंदा नायकटोली निवासी नरेंद्र उरांव (25) की अज्ञात अपराधियों ने शनिवार की रात को पत्थर से कूचकर हत्या कर दी. हत्या के बाद शव को उर्मी डांडटोली गांव के समीप फेंक दिया था. लोगों की सूचना के बाद गुमला पुलिस ने रात को ही शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए गुमला सदर अस्पताल भेज दिया था.
पुलिस के अनुसार मृतक नरेंद्र पीएलएफआई के कमांडर बसंत गोप का सहयोगी था. अज्ञात अपराधियों ने नरेंद्र के सिर को बुरी तरह कूचकर हत्या की है. मृतक की मां सोना उरांव ने बताया कि नरेंद्र गुरुवार की शाम को अपने गाय व बैल को गोहार में बांध कर घर से निकला था. उसके बाद घर नहीं लौटा.
शुक्रवार की सुबह से ही उसकी मां खोजबीन कर रही थी. लेकिन कुछ पता नहीं चल रहा था. शनिवार की देर शाम पुलिस द्वारा अज्ञात युवक की शव बरामद करने की सूचना मिलने पर सदर अस्पताल के पोस्टमार्टम कक्ष आकर देखने पर अपने बेटे नरेंद्र उरांव के रूप में शिनाख्त की. मृतक की मां ने बताया कि मृतक एक साल पूर्व जेल से छूटा था. उसका विवाह घाघरा थाना क्षेत्र में ठीक किया गया है.
मृतक का एक भाई रोशन उरांव काफी दिनों से गोवा में रहकर काम करता है. वह कभी गांव नहीं आता है. थानेदार राकेश कुमार पोस्टमार्टम रूम पहुंचकर मृतक की मां से पूछताछ कर कागजी कार्रवाई पूर्ण कर मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है. थानेदार ने कहा कि बसंत गोप का नरेंद्र साथी था. वह उसके साथ घूमता फिरता था. वहीं जेल जाने की बात पूछने पर कहा कि उसका अपराधिक इतिहास खंगाल कर ही कुछ कहा जा सकता है. हत्या के संबंध में कहा कि अनुसंधान के बाद ही कुछ कहा जा सकता है.