गुमला, खूंटी व सिमडेगा जिले का आतंक दो लाख का इनामी नक्सली याकूब अपने साथियों के साथ गिरफ्तार
दुर्जय पासवान@गुमला गुमला, खूंटी व सिमडेगा जिले का आतंक दो लाख रुपये का इनामी पीएलएफआई का सबजोनल कमांडर याकूब केरकेट्टा उर्फ संदीप केरकेट्टा (22 वर्ष) को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. उसके तीन सहयोगियों को भी पुलिस ने पकड़ा है. जिनमें खूंटी जिले के बक्सपुर निवासी एतवा बरला (21 वर्ष), कामडारा थाना के लतरा […]
दुर्जय पासवान@गुमला
गुमला, खूंटी व सिमडेगा जिले का आतंक दो लाख रुपये का इनामी पीएलएफआई का सबजोनल कमांडर याकूब केरकेट्टा उर्फ संदीप केरकेट्टा (22 वर्ष) को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. उसके तीन सहयोगियों को भी पुलिस ने पकड़ा है. जिनमें खूंटी जिले के बक्सपुर निवासी एतवा बरला (21 वर्ष), कामडारा थाना के लतरा गांव निवासी सूरज कुमार सिंह (22 वर्ष) व कामडारा केनालोया गांव के रोहित टोपनो (19 वर्ष) है.
इन लोगों के पास के हथियार व गोली भी मिला है. याकूब पर विभिन्न थानों में 10 अपराधिक मामले दर्ज हैं. इसमें कई जघन्य हत्याकांड का भी मामला है. पुलिस को लंबे समय से याकूब की तलाश थी. याकूब शुरू में कामडारा व बसिया क्षेत्र में सक्रिय था. लेकिन उसके द्वारा अंजाम दिये गये घटनाओं को देखते हुए पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप ने उसे दस्ता सदस्य से पहले एरिया कमांडर और एक साल पहले सबजोनल कमांडर बनाया था.
वह वर्ष 2013 से क्षेत्र में सक्रिय होकर आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहा था. उसके आतंक से प्रशासन के अलावा ठेकेदार, व्यवसायी व राहगीर भी परेशान थे. याकूब की गिरफतारी गुमला जिला पुलिस के लिए बड़ी सफलता है. एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा ने शनिवार को अपने कार्यालय कक्ष में प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर बताया कि याकूब केरकेटटा दुर्दांत उग्रवादी था. उसकी तलाश लंबे समय से हो रही थी.
गुप्त सूचना पर कार्रवाई कर याकूब व उसके दस्ते के तीन सदस्यों को पकड़ा गया है. एसपी ने बताया कि पुलिस के लिए यह बड़ी सफलता है. याकूब के पकड़े जाने से क्षेत्र में शांति व्यवस्था कायम करने में सहायक साबित होगी. उग्रवादियों के खिलाफ पुलिस की अभी लगातार कार्रवाई चलेगी.
इस प्रकार दबोचे गये उग्रवादी
बीती रात को गुमला एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा को गुप्त सूचना मिली कि कामडारा व बसिया के सीमावर्ती इलाके द्वारसेनी जंगल में प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीएलएफआई का सबजोनल कमांडर याकूब केरकेट्टा उर्फ संदीप केरकेट्टा (22 वर्ष) अपने दस्ते के साथ बैठक कर रहा है. इनकी मंशा किसी बड़े अपराधिक घटना को अंजाम देने की है. इस सूचना पर तुरंत पुलिस टीम का गठन किया गया.
इंस्पेक्टर अरविंद कुमार के नेतृत्व में बसिया, कामडारा के पुलिस पदाधिकारी के अलावा एसपी गोपनीय शाखा की स्ट्राइक टीम को शामिल किया गया. इसके बाद रात 9.30 बजे पुलिस ने द्वारसेनी जंगल में प्रवेश की. पुलिस को देखते ही उग्रवादी भागने लगे. चूंकि पुलिस उग्रवादियों के नजदीक पहुंच गयी थी. इस कारण उग्रवादियों को गोली चलाने का मौका नहीं मिला और वे भागने लगे. पुलिस ने खदेड़कर याकूब व उसके अन्य तीन साथियों को धर दबोचा.
बरामद हथियार व गोली
उग्रवादियों के पास से .315 का तीन पिस्तौल, 315 बोर का छह जिंदा गोली, एक खाली खोखा, नाइन एमएम का 10 जिंदा गोली, 12 बोर का 11 जिंदा गोली, एक अपाची मोटर साइकिल, विभिन्न कंपनी के 13 मोबाइल व दो अतिरिक्त सिम कार्ड बरामद हुआ है.
टीम में शामिल पुलिस पदाधिकारी
बसिया सर्किल के इंस्पेक्टर अरविंद कुमार, बसिया थाना प्रभारी राजेंद्र रजक, कामडारा थाना प्रभारी काजल कुमार दुबे, कामडारा के सअनि मोहम्मद इसहाक अंसारी, सअनि रासबिहारी यादव, सअनि बबलू बेसरा व पुलिस अधीक्षक गोपनीय कार्यालय व उनकी टीम थी.