दुर्जय पासवान@गुमला
गुमला जिला अंतर्गत घाघरा थाना के हिसिर गांव में शुक्रवार की देर शाम को शराब के नशे में धुत गुडुवा उरांव (22 वर्ष) ने अपने चचेरे भाई चरवा उरांव (40) की गर्दन को टांगी से काटकर हत्या कर दी. इससे आक्रोशित ग्रामीणों ने गुडुवा को रस्सी से बांधकर पीटा. इसके बाद गुडुवा को उसके चचेरे भाई के शव के पास सुला दिया. रातभर अधमरा अवस्था में रहने से गुडुवा की भी मौत हो गयी.
पुलिस ने शनिवार की देर शाम को दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए गुमला सदर अस्पताल भेज दिया है. चूंकि हिसिर गांव की दूरी घाघरा से 32 किमी है और नक्सल इलाका है. इस कारण पुलिस घटना के दिन न जाकर दूसरे दिन शनिवार को गांव गयी और शव को कब्जे में लिया.
घटना के संबंध में मृतक के परिजन बिरसु उरांव व जयराम उरांव ने बताया कि शुक्रवार को गांव के सभी लोग धान काटने के लिए अपने अपने खेत गये थे. जब गुडुवा शराब के नशे में चरवा को टांगी से काट रहा था. तब गांव के बच्चों द्वारा चरवा की हत्या होते देखा गया. बच्चों ने हत्या की सूचना ग्रामीणों को दी.
चरवा की हत्या की जानकारी मिलने पर ग्रामीण एकजुट होकर आरोपी गुडुवा उरांव को पकड़ लिया. उसके बाद उसे रस्सी से बांध कर जमकर पिटाई की गयी. साथ ही रात भर उसे ठंड में शव के समीप बंधा छोड़कर अपने घर सोने गये चले गये. जिससे गुडुवा की भी जान चली गयी. गुडुवा द्वारा चचेरे भाई की हत्या किस कारण की गयी. इसका पता नहीं चला है.