गुमला : मानव तस्करों के चंगुल से भागकर आदिवासी बच्ची ने बचायी जान, दिल्ली से लायी गयी घर
।। दुर्जय पासवान ।। गुमला : चैनपुर प्रखंड की एक आदिवासी नाबालिग लड़की को मानव तस्कर ने दिल्ली में 20 हजार रुपये में बेच दिया था. दिल्ली में बिकी लड़की जिस घर में काम करती थी. वहां उसे खाने के लिए बासी भोजन दिया जाता था. घर मालकिन हर काम पर पीटती थी.प्रताड़ना से तंग […]
।। दुर्जय पासवान ।।
गुमला : चैनपुर प्रखंड की एक आदिवासी नाबालिग लड़की को मानव तस्कर ने दिल्ली में 20 हजार रुपये में बेच दिया था. दिल्ली में बिकी लड़की जिस घर में काम करती थी. वहां उसे खाने के लिए बासी भोजन दिया जाता था. घर मालकिन हर काम पर पीटती थी.प्रताड़ना से तंग आकर लड़की घर से भाग गयी और दिल्ली पुलिस के पास पहुंच गयी.
लड़की के बयान व पूछताछ के बाद घर का पता मिलने पर दिल्ली पुलिस ने लड़की को अपने संरक्षण में लेकर बुधवार को गुमला लायी.अभी लड़की सीडब्ल्यूसी गुमला के संरक्षण में है. लड़की ने बताया कि गरीबी का फायदा उठाकर उसे काम दिलाने के बहाने वर्ष 2018 के अगस्त माह में मानव तस्कर बुद्धराम उसे दिल्ली ले गया. पहले उसे प्लेसमेंट एजेंसी ले गया. जहां उसे 20 हजार रुपये में बेच दिया.
प्लेसमेंट एजेंसी में लड़की को 10 दिन तक रखा गया. इसके बाद उसे एक कोठी में काम करने के लिए पुन: बेच दिया गया. लेकिन जिस कोठी में उसे काम करने के लिए बेचा गया. वहां उसे प्रताड़ित किया जाने लगा. रात का बचा हुआ भोजन खाने को देते थे. खाने के लिए सुबह व शाम को भोजन मिलता था. इसके अलावा कुछ भी होने पर उसकी पिटाई करते थे.
लड़की ने बताया कि सितंबर महीने में जब कोठी में कोई नहीं था, तो वह वहां से भाग गयी और नजदीक के थाना में चली गयी. पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए लड़की को निर्मल छाया में रख दिया. इसके बाद लड़की के घर का पता लिया. बुधवार को दिल्ली पुलिस उक्त लड़की को लेकर गुमला पहुंची और सीडब्ल्यूसी गुमला को सौंपा.
सीडब्ल्यूसी सदस्य सुषमा देवी ने लड़की का बयान दर्ज किया है. चेयरमैन शंभु सिंह ने कहा कि लड़की के बयान के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी. अगर लड़की के माता पिता चाहेंगे तो मानव तस्कर के खिलाफ गुमला आहतू थाने में केस दर्ज कराया जायेगा.