दुर्जय पासवान, गुमला
गढ़वा जिला के रमकंडा गांव निवासी सुधनी देवी (65) की मौत ठंड के कारण सोमवार की सुबह हो गयी. मृतका तीन माह पूर्व से डुमरडीह स्थित ईंट भट्ठा में काम कर रही थी. उसके साथ उसके पति साहेब भुइयां, बेटा पुनु भुइयां व भतीजा राजीव भुइयां भी ईंट भट्टा में काम करते थे.
घटना के संबंध में मृतक के बेटा पुनु भुइयां ने बताया कि हम सभी परिवार ईंट भट्ठा में काम करते हैं. हमारा घर रामकंडा, थाना रंका, जिला गढ़वा है. हम सभी परिवार के लोग अक्टूबर माह में गुमला आकर ईंट भट्ठा में काम कर रहे थे. वहीं रहते थे.
उसने बताया कि सोमवार की सुबह मेरी मां सुधनी देवी ने दाल भात बनाकर हम सभी को दिया और अपने भी सुबह साढ़े आठ बजे खाकर ईंट बनाने के लिए मिट्टी खापने के लिए गयी थी. इसी बीच मिट्टी खापने के क्रम में अचानक उसे तीन चार बार उल्टी हुई. जिसके बाद वह बेहोश हो गयी.
आनन फानन में उसे उठाकर अस्पताल लाने के क्रम में मौत हो गयी. चिकित्सक डॉक्टर पीसीके भगत ने उसे मृत घोषित कर दिया. बेटा ने कहा कि भट्ठा मालिक द्वारा हम सभी मजदूरों को एक एक कंबल दिया गया है. कंबल की कमी नहीं थी. वहीं अस्पताल प्रबंधन को ठंड से मौत होने के संबंध में जानकारी मिलने पर डीएस आरएन यादव की पहल पर मृतक के परिवार को एंबुलेंस मुहैया कराया गया.
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एंबुलेंस में तेल का पैसा रितेश लाल भट्ठा मालिक द्वारा दिया गया. जिसके बाद शव को लेकर एंबुलेंस से रमकंडा गांव भेजा गया. इस संबंध में डीएस डॉ आरएन यादव ने कहा कि मृतक के परिवार शव का पोस्टमार्टम नहीं कराना चाह रहे हैं. जिसके कारण शव का पोस्टमार्टम नहीं हो सका.